पर्यटन कार्यालय शिमला से धर्मशाला शिफ्ट करने का पर्यटन कारोबारियों ने जताया विरोध
हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम का कार्यालय शिमला से धर्मशाला शिफ्ट करने के फैसले का विरोध तेज हो गया है। शिमला में पर्यटन कारोबार से जुड़े सैकड़ों व्यवसायियों ने विधानसभा के बाहर चौड़ा मैदान में शिमला पर्यटन बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में होटल संचालक, होम स्टे व बीएंडबी ऑपरेटर, रेस्टोरेंट संचालक, टूर एंड ट्रैवल एजेंट, टैक्सी ऑपरेटर, घोड़े–याक मालिक, प्रैम संचालक, गाइड, ड्राइवर, मजदूर, कुली और दुकानदार शामिल हुए।
,शिमला पर्यटन बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष हरीश व्यास ने कहा कि पर्यटन निगम का कार्यालय शिमला से धर्मशाला ले जाना न केवल पर्यटन विरोधी कदम है बल्कि इससे हजारों कारोबारियों की आजीविका पर संकट मंडरा जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले दो सौ वर्षों से शिमला विश्व मानचित्र पर पर्यटन नगरी के रूप में स्थापित रहा है और हिमाचल आने वाले अधिकांश पर्यटक सबसे पहले शिमला ही पहुंचते हैं। व्यास ने बताया कि निगम कार्यालय शिफ्ट होने से शिमला के पर्यटन कारोबार पर सीधा असर पड़ेगा। वहीं निगम कर्मचारियों को भी कठिनाई झेलनी पड़ेगी क्योंकि उन्हें पेंशन भुगतान नहीं मिलता और वे शिमला स्थित ईपीएफ दायरे में आते हैं। ऐसे में दो अलग-अलग जगहों पर कार्यालय होने से उनके समय और पैसों की भारी बर्बादी होगी।