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पर्यटन कारोबार ने पकड़ी रफ्तार, रिज पर सैलानियों की मस्ती, होटलों में 60%ऑक्यूपेंसी

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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद राजधानी में प्रभावित पर्यटन कारोबार रफ्तार पकड़ने लगा है। समर सीजन में मई के शुरुआत के मुकाबले अब अंत में हिमाचल पर्यटन विकास निगम सहित निजी होटलों में ऑक्यूपेंसी बढ़ गई है। वहीं, दूसरी तरफ शहर में जाम लगने से दिनभर लोग परेशान रहे। शहर के होटलों में 60 फीसदी तक ऑक्यूपेंसी चल रही है। मई महीने के शुरुआती दिनों में होटलों में ऑक्यूपेंसी 30 फीसदी तक चल रही थी। लेकिन अब जम्मू में हालत सामान्य होने और मैदानी इलाकों में बढ़ती गर्मी के चलते सैलानी दोबारा हिल्सक्वीन का रुख कर रहे हैं। इससे पर्यटन कारोबारी सहित गाइड और टैक्सी चालक भी उत्साहित हैं।वीकेंड पर शनिवार को रिज मैदान सैलानियों से गुलजार रहा। पर्यटक काफी संख्या में मालरोड पर चहलकदमी करते नजर आए। दोपहर को सुहावने मौसम और खिली धूप में पर्यटकों ने मालरोड की सैर कर वादियों को लुत्फ उठाया। कई पर्यटकों ने जाखू प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में भी शीश नवाया। बीते दिनों के मुकाबले सर्कुलर रोड से मालरोड को जोड़ने वाली निगम की लिफ्ट में भी पर्यटकों की संख्या बढ़ी गई है। शुक्रवार और शनिवार को करीब 22,000 से ज्यादा स्थानीय लोगों सहित सैलानियों ने लिफ्ट से होकर मालरोड पहुंचे। इस दौरान कई पर्यटकों ने हिल्सक्वीन से सटे पर्यटन स्थल नालदेहरा, मशोबरा, कुफरी, हसनवैली और नारकंडा का भी रूख किया।

होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रिंस कुकरेजा ने बताया कि पिछले वीकेंड के मुकाबले इस वीकेड पर होटलों में ऑक्यूपेंसी बढ़ी है। पर्यटकों की इंक्वायरी का रही है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में पर्यटकों की संख्या में और अधिक इजाफा होगा।
 

जाम लगने से वाहनों में कैद रहे लोग
शहर में शनिवार दोपहर के बाद सर्कुलर रोड पर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। इस वजह से शहरवासियों समेत पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालत यह थी कि बसों और निजी वाहनों में लोग घंटों फंसे रहे। मजबूरी में लोग बसों से उतरकर पैदल ही गंतव्य के लिए रवाना हुए। वीकेंड होने के कारण शिमला बड़ी संख्या में देश-विदेश से सैलानी पहुंचे हैं। इसके अलावा रविवार का अवकाश होने के कारण भी लोग घर जाने के लिए निकले, जिस वजह से शहर में लंबा ट्रैफिक जाम लग गया।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक