परवाणू में नगर परिषद की डंपिंग साइट के साथ लगते नाले में मृत मिली गाय से विवाद, विश्व हिन्दू परिषद सौंपेगी प्रशासन को ज्ञापन
परवाणू के सेक्टर पांच में नगर परिषद परवाणू की डंपिंग साइट के साथ लगते नाले में मृत अवस्था में मिले गौ वंश के चलते विवाद पैदा हो गया है। मामला सामने आने के बाद नगर परिषद परवाणू की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग गया है। हालांकि गाय की मौत किन परिस्थितियों के चलते हुई है, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। फिलहाल मृत गाय बारे सुचना मिलते ही नगर परिषद परवाणू के कर्मियों ने गाय को नियमो के अनुसार दफना दिया है।
गौरतलब है की सोमवार को डंपिंग साइट के साथ लगते नाले में मृत गाय पाई गयी। डंपिंग साइट का गेट खुला हुआ था व अंदर लगभग आधा दर्जन गाय कूड़े के ढेर में मुँह मार रही थी. कहा जा रहा है की गाय की मौत के बाद उसे जेसीबी के माध्यम से नाले में धकेल दिया गया है, हालांकि सच्चाई का खुलासा तो जांच के बाद ही हो पाएगा। परवाणू में गौशाला होने के बावजूद बेजुबान जानवरो को सड़को पर लावारिस रहना पड़ रह है। इस मामले की जांच की मांग को लेकर विहिप व बजरंग दल ने संघर्ष का एलान कर बजरंग दल के नगर संयोजक मोहन शर्मा ने कहा की सनातनी धर्म में ऐसे कृत्य बर्दाश्त नहीं किए जाएगी। बजरंग दल व विहिप इस मामले की जांच को लेकर सहायक आयुक्त परवाणू को ज्ञापन सौंपेगे।
नप के सेनिटरी इंस्पेक्टर कर्मचंद ने बताया की जब भी किसी गाय की मौत होती है तो उसे नियमो के तहत दफनाया जाता है। साथ लगते हरियाणा क्षेत्र से पशु यहाँ घुस आते है जिसके चलते ऐसे हादसे हो रहे है। गौ वंश को दफ़नाने के लिए जगह की मांग उच्च अधिकारियो से की गयी है लेकिन अभी तक जगह उपलब्ध नहीं हुई है। नगर परिषद ही नहीं बल्कि पंचायत क्षेत्र में भी यदि कोई ऐसी घटना होती है तो नगर परिषद द्वारा ही नियमो के अनुसार गौ वंश को दफनाया जाता है। नप की गौशाला में भी पर्याप्त जगह नहीं है।
नप परवाणू की अध्यक्ष निशा शर्मा ने बताया की यह मामला उनके संज्ञान में आया है। पता चलते ही गौ वंश को प्रक्रिया के अनुसार दफना दिया गया है। डंपिंग साइट पर एक कर्मी की ड्यूटी लगा दी जाएगी ताकि पशु अंदर प्रवेश ना कर सके।