परवाणू: खंडहर में कीचड से लिपटा मिला 59 वर्षीय ट्रकचालक का शव…….

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औद्योगिक नगरी परवाणू में ओल्ड हाइवे स्थित भारत पेट्रोल पंप से साथ लगते एक छोटे से खंडहर में सड़ी हालत में शव बरामद हुआ है | शव की शिनाख्त करतार सिंह पुत्र फोजू राम, उम्र 59, गाँव कंदरेड, डाकघर चैतडू, तहसील धर्मशाला के रूप में हुई है| शव मिलने की सूचना पुलिस को लगभग सुबह 10:30 बजे ट्रक यूनियन के मुंशी द्वारा दी मिली| सूचना मिलने पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और शव को अपने हिरासत में लिया| मृतक व्यक्ति अग्रवाल ट्रांसपोर्ट में पिछले 9 वर्षो से काम करता था|

मृतक व्यक्ति के पुत्र नें बताया की पिछले 15 तारिक के बाद उनकी अपने पिता से कोई बात नहीं हो पाई है जिसको लेकर वे परवाणू पहुंचे और पुलिस को सूचना दी साथ ही खुद भी ढूंढने लगे| मृतक के पुत्र मृदुल ने कहा की मेरे पिता कुछ दिन पहले कोसमेटिक का माल लेकर गुडगाव गए थे जहा रास्ते में इनकी गाड़ी से लगभग तीन लाख का माल चोरी हो गया था जिसको लेकर इनको मानसिक प्रताड़ना दी जा रही थी| मृदुल नें कहा की मुझे पुरा यकीन है की मेरे पिता की हत्या की गई है व उनके सामने के चार दांत भी तोड़े गए हैं|

बता दें यह व्यक्ति कई दिनों से लापता बताया जा रहा है और परिवार के सदस्यों के अनुसार उन्होंने परवाणू थाना में शिकायत भी लिखवाई गई है। परंतु ट्रक यूनियन के मुंशी द्वारा इसका पता लगा लिया गया | मौके पर मृतक के अन्य ट्रक ओपरेटर ने बताया की मृतक व्यक्ति बहुत शांत स्वभाव का था | अग्रवाल ट्रांसपोर्ट के मालिक नरेश अग्रवाल नें कहा की करतार पिछले कई वर्षो से काम करता था और यह बहुत ही ईमानदार था | अग्रवाल ने कहा की कुछ दिन पहले उनकी गाड़ी से चोरी होने की वारदात हुई थी जिसको लेकर थोड़ा परेशान था |

परवाणू थाना प्रभारी दयाराम ठाकुर नें मामले की पुष्टि करते हुए कहा की शव मिलने की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और शव को अपने अधिकार में लेकर साथी ट्रक ओप्रेटरों से, परिवार सदस्यों व अग्रवाल ट्रांसपोर्ट के मालिक नरेश अग्रवाल से पूछताछ शुरू कर दी है और शव को फोरेंसिक टीम के हवाले कर दिया है जिस से असल कारणों का पता लगाया जा सके | दया राम ठाकुर ने नें कहा जैसे ही फोरेंसिक रिपोर्ट आ जायेगी मामला और भी साफ होने लगेगा |

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक