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नौहराधार में 40 वर्षीय व्यक्ति की ह..त्या

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जिला सिरमौर के नौहराधार क्षेत्र के गांव कुफ्फर कायरा में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां 40 वर्षीय बलवंत सिंह की कथित रूप से मारपीट के बाद मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले को हत्या का मामला दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही मामले की जांच जारी है।जानकारी के मुताबिक बलवंत सिंह, जो अपने गांव में अपनी मां के साथ रहता था, की तबीयत 12 अप्रैल को अचानक बिगड़ी। उनके रिश्तेदार संजीव ने जानकारी दी कि सुबह करीब 10 बजे उन्हें चचेरे भाई जय प्रकाश का फोन आया कि बलवंत को उल्टियां हो रही हैं और उसकी हालत गंभीर है। उसे तुरंत राजगढ़ अस्पताल लाया गया, जहां से सोलन और फिर PGI चंडीगढ़ रैफर कर दिया गया।PGI में भर्ती करने के बाद बलवंत सिंह की हालत बिगड़ती गई और इलाज के दौरान 15 अप्रैल की रात उसकी मौत हो गई। पहले यह सामान्य बीमारी का मामला माना जा रहा था, लेकिन CT स्कैन और डॉक्टरों की रिपोर्ट ने इस मौत के पीछे एक गहरी साजिश की ओर इशारा किया। पोस्टमार्टम और रिपोर्ट में बलवंत के सिर में गंभीर अंदरूनी चोट, दाहिनी कलाई पर खरोंच और बाएं गाल पर नीले निशान पाए गए। इसके बाद मृतक के परिजनों ने शक जाहिर किया कि ये चोटें सामान्य नहीं हैं।

15 अप्रैल को PGI पहुंचे परिजनों को गांव के एक युवक सुनील कुमार से जानकारी मिली कि 11 अप्रैल को बलवंत सिंह का गांव के ही प्रेम पाल के साथ खेत में झगड़ा हुआ था। धक्का-मुक्की के दौरान प्रेम पाल द्वारा धक्का दिए जाने पर बलवंत ज़मीन पर गिरा और संभवतः वही गिरना उसकी मौत का कारण बना। बलवंत सिंह 12 अप्रैल से ही बेहोश था और मौत तक एक शब्द भी नहीं बोल पाया। पुलिस को जब इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी गई तो हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। बताया जा रहा है की मृतक हृदय रोगी था।

संगड़ाह के डीएसपी मुकेश डडवाल में मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि फिलहाल पुलिस ने मामले में तफ्तीश शुरू कर दी है। आरोपी प्रेम पाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस इस मामले को एक सुनियोजित हत्या मानकर जांच को आगे बढ़ा रही है।

 

इस दर्दनाक घटना ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया है। बलवंत सिंह की भतीजी की शादी 18 अप्रैल को तय थी, लेकिन शादी की तैयारियों के बीच घर से चाचा की अर्थी उठने से माहौल मातम में बदल गया। खुशियों के बीच ग़म का ऐसा साया पड़ा कि पूरे गांव की आंखें नम हैं।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक