नौणी विश्वविद्यालय को मिले नए डीन और निदेशक

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डॉ. यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी ने चयन समिति की सिफारिशों के बाद नए डीन और निदेशक नियुक्त किए हैं। यह नियुक्तियां विशेषज्ञों के एक पैनल द्वारा चयन प्रक्रिया के माध्यम से की गई हैं। सभी पदों का विज्ञापन किया गया था और नौणी विवि सहित अन्य संस्थानों के वैज्ञानिकों ने इन पदों के लिए आवेदन किया था। विश्वविद्यालय के चार घटक कॉलेजों- नौणी स्थित मुख्य परिसर में बागवानी कॉलेज और वानिकी कॉलेज, नेरी और थुनाग में बागवानी और वानिकी कॉलेज के नए डीन नियुक्त किए हैं। इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय के नए अनुसंधान निदेशक और विस्तार शिक्षा निदेशक भी चुने गए हैं।

    

डॉ. संजीव कुमार, जो वर्तमान में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय लुधियाना में वानिकी और प्राकृतिक संसाधन विभाग के प्रोफेसर और हैड के रूप में कार्यरत हैं, उन्हें विश्वविद्यालय में अनुसंधान निदेशक के पद पर नियुक्त किया गया है। आईसीएआर के केंद्रीय कृषि वानिकी अनुसंधान संस्थान, झांसी में प्रधान वैज्ञानिक (कृषि विज्ञान) डॉ. इंदर देव को विस्तार शिक्षा निदेशक चुना गया है। डॉ. मनीष शर्मा, जो नौणी विवि में बीज विज्ञान विभाग के प्रोफेसर और हैड के रूप में कार्यरत थे अब बागवानी कॉलेज नौणी के नए डीन हैं जबकि विस्तार शिक्षा निदेशालय में संयुक्त निदेशक (प्रशिक्षण) डॉ. चमन लाल ठाकुर को डीन कॉलेज ऑफ फॉरेस्ट्री नौणी नियुक्त किया गया है।

   

नेरी में फल विज्ञान विभाग के एचओडी डॉ सोम देव शर्मा को बागवानी और वानिकी महाविद्यालय नेरी का डीन नियुक्त किया गया है। कीट विज्ञान विभाग में प्रधान बीज अनुसंधान अधिकारी डॉ पीएल शर्मा अब मंडी के थुनाग में बागवानी और वानिकी महाविद्यालय के नए डीन होंगें। सभी नियुक्तियां पांच साल या सेवानिवृत्ति तक, जो भी पहले हो, के लिए की गई हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेश्वर सिंह चंदेल ने सभी नई डीन और निदेशकों को बधाई दी और पुराने वैधानिक अधिकारियों को विश्वविद्यालय में उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया। स्टाफ और छात्रों ने भी नए डीन और निदेशकों को बधाई दी।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक