नहीं रहे भजन गायक नरेंद्र चंचल, चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है से मिली थी प्रसिद्धि
देश के नामी भजन गायकों में शुमार नरेंद्र चंचल का शुक्रवार को निधन हो गया। वह पिछले कई महीनों से बीमार चल रहे थे और उनका दिल्ली के सरिता विहार स्थित अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा था। ‘चलो बुलावा आया है’ और ‘ओ जंगल के राजा मेरी मैया को लेके आजा’ जैसे लोकप्रिय भजनों को अपनी आवाज देने वाले नरेंद्र की उम्र 80 साल थी। लाखों लोगों को भक्तिमय दुनिया में ले जाने वाले नरेंद्र चंचल अपने पीछे दो बेटे औऱ एक बेटी छोड़ गए हैं। उनके निधन पर पंजाबी दलेर मेहंदी के साथ-साथ मुंबई फिल्म इंडस्ड्री से जुड़े कलाकारों ने भी उनके निधन पर शोक जताया है।
नरेंद्र चंचल ने बचपन से ही अपनी मां कैलाशवती को मातारानी के भजन गाते हुए सुना। मां के भजनों को सुन-सुनकर उन्हें भी संगीत में रुची होने लगी. नरेंद्र चंचल की पहली गुरु उनकी मां थीं , इसके बाद चंचल ने प्रेम त्रिखा से संगीत सीखा, फिर वह भजन गाने लगे थे। बॉलीवुड में उनका सफर राज कपूर के साथ शुरू हुआ. फिल्म ‘बॉबी’ में उन्होंने ‘बेशक मंदिर मस्जिद तोड़ो’ गाया था। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में गाने गाए, लेकिन उन्हें पहचान मिली फिल्म ‘आशा’, में गाए माता के भजन ‘चलो बुलावा आया है’ से जिसने रातों रात उन्हें मशहूर बना दिया।