Third Eye Today News

नशे को लेकर राज्यपाल की टिप्पणी से CM सुक्खू खफा, तिरंगे के अपमान पर BJP को घेरा

Spread the love

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल की नशाखोरी पर हालिया टिप्पणी को लेकर नाराजगी जाहिर की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल जैसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को ऐसी सार्वजनिक टिप्पणियां शोभा नहीं देतीं। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रदेश सरकार नशे के खिलाफ सबसे कठोर कार्रवाई कर रही है और कई ठोस कदम उठाए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि NDPS एक्ट में सख्त संशोधन किया गया है, जिसके तहत नशा कारोबारियों की संपत्ति जब्त करने का प्रावधान किया गया है। अब तक राज्य में 43 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। उन्होंने कहा, “मैं स्वयं राज्यपाल से मिलकर सरकार की गंभीरता और कार्रवाई की जानकारी दूंगा।”

मुख्यमंत्री सुक्खू ने बताया कि पहली बार प्रदेश में चार दिवसीय विस्तृत कैबिनेट बैठक का आयोजन किया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य “व्यवस्था परिवर्तन” और “आत्मनिर्भर हिमाचल” की दिशा में ठोस कार्ययोजना बनाना है। यह कोई औपचारिक बैठक नहीं, बल्कि हिमाचल के विकास से जुड़े मुद्दों पर गंभीर विमर्श का मंच होगी।

सिराज में कॉलेज शिफ्टिंग को लेकर बीजेपी पर हमला
सिराज क्षेत्र में कॉलेज शिफ्टिंग को लेकर हुए राजनीतिक विवाद पर मुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनकी गाड़ी पर काले कपड़े और जूते फेंके, जिसमें राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा भी लगा था।यह तिरंगे का अपमान है, जिसे कांग्रेस सरकार कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।

उन्होंने स्पष्ट किया कि कॉलेज को केवल अस्थायी तौर पर सुंदरनगर शिफ्ट किया गया है, क्योंकि मूल स्थान पर सड़कें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हैं। “यह फैसला बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। माता-पिता भी यही चाहते थे।

केंद्र सरकार से विशेष राहत पैकेज की मांग
भाजपा सांसदों द्वारा दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात पर सुक्खू ने तंज कसते हुए कहा, “चलो, देर आए दुरुस्त आए। अच्छा होता यदि 2023 की आपदा के समय भी मदद मांगने दिल्ली जाते।” उन्होंने केंद्र से मांग की है कि हिमाचल को विशेष राहत पैकेज दिया जाए और वन भूमि पर बसने को लेकर छूट प्रदान की जाए। “हम हिमाचल के हितों के लिए जेपी नड्डा के नेतृत्व में भी केंद्र से मदद मांगने को तैयार हैं।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक