सोलन नगर परिषद मे 2 साल के अंदर करीब 12 ईओ कार्यभार संभाल चुके है । कभी तहसीलदार, कभी आरटीओ तो कभी परवाणु ले कार्यकारी अधिकारी को अतिरिक्त कार्यभार । आज एक बार फिर से कुछ समय पहले ही स्थाई ईओ का कार्यभार संभालने वाले ललित कुमार को भी छुट्टी के बाद सोमवार को ज्वाइन करने के बाद फिर से 10 दिन की छुट्टी मेडिकल छुट्टी पर भेज दिया गया है ।
उनके बार बार छुट्टी पर जाने से तंग आकर इस तरह की कार्रवाई कर जिला प्रशासन ने नगर परिषद को कड़ा संदेश दिया है। यही नहीं प्रोबेशनर आई.ए.एस. डॉ निधि पटेल को कार्यकारी अधिकारी का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है और उन्होंने चार्ज भी संभाल लिया है। पुख्ता जानकारी के अनुसार नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी के बार – बार छुट्टी पर जाने से जिला प्रशासन भी परेशान हो गया था । जिसका खामियाजा जिला प्रशासन को भुगतना पड़ रहा था । नगर परिषद का काम काज ठप्प पड़ने व लोगों की भारी परेशानियों के देखते ये कदम उठाना पड़ा । लोगो का भी तर्क था की ईओ के सीट पर ना बैठने से सारे काम प्रभावित हो रहे है जिसके लिए अब लोग अब डी.सी. या फिर अन्य अधिकारियों को अपनी क्षेत्र की समस्याओं को लेकर शिकायते कर रहे थे।
प्रशासन ने पहले कार्यकारी अधिकारी के छुट्टी पर चले जाने पर तहसीलदार सोलन को नगर परिषद का अतिरिक्त कार्यभार दिया लेकिन दिसम्बर महीने में उनके छुट्टी पर चले जाने पर किसी भी अधिकारी का नगर परिषद के अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी का कार्यभार नहीं दिया। इसके कारण नगर परिषद में काम काज पूरी तरह से ठप्प हो गया । शहर में सफाई व्यवस्था ही चरमरा गई। सोमवार को ही कार्यकारी अधिकारी ने करीब एक सप्ताह की छुट्टी के बाद ज्वाइ्रन किया लेकिन उन्हें यह कहकर उसी दिन 10 दिन की मेडिकल छुट्टी पर भेज दिया कि वे अपने सारे पेडिंग कार्यों को निपटा ले ताकि भविष्य में उन्हें बार – बार छुट्टी न लेने की आवश्यकता पड़े। प्रशासन के इस फरमान के बाद नगर परिषद के कर्मचारियों में भी हडक़ंप मच गया है। नगर परिषद सोलन ने जिला प्रशासन ने इस तरह की पहली बार कार्रवाई की है। यही कारण इस कार्रवाई से अन्य विभागों के वे कर्मचारी भी घबरा गए है जिन्हें भी ज्यादा छुट्टी पर रहने की आदत है।
डी.सी. सोलन के.सी. चमन ने कहा कि नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी सोमवार को ही छुट्टी से लौटे और अब 10 दिन की मेडिकल लीव पर चले गए। यही कारण है कि प्रोबेशनर आई.ए.एस.को नगर परिषद सोलन के कार्यकारी अधिकारी का चार्ज दिया गया है और उन्होंने अपना चार्ज भी संभाल लिया है।