धू-धू कर जल रहा था शिमला का जंगल, हेलीकाप्टर का सहारा लेना चाहा तो किराया सुनकर ही काबू में आ गई आग
शहर के टूटीकंडी क्षेत्र में पिछले दिनों जंगल में लगी आग को बुझाने के लिए वन विभाग ने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से मामला सामने आया है। एयरफोर्स टीम ने कहा कि एक उड़ान के लिए आठ लाख रुपए खर्च किए जाएंगे और उड़ान आधा घंटे की होगी। राज्य प्रबंधन ने वन विभाग को उड़ान की लागत से अवगत करवाया। इसी बीच वन विभाग की ओर से पत्र आया जंगल में लगी आग अब नियंत्रण में हेलीकाप्टर की जरुरत नहीं है।
प्राधिकरण के निदेशक सुदेशकुमार ने कहा कि आग लगने की घटनाओं से जुड़े मामलों में लोग संस्था और आपदा प्रबंधन को तुरंत सूचित करते हैं। आग की घटनाओं पर काबू डालना संबधित विभागों का काम होता है। वन विभाग ने शहर के समीप लगी आग काबू पाने के लिए सहायता मांगी,लेकिन बाद में हेलीकाप्टर की मदद लेने से इंकार कर दिया। हेलीकाप्टर उड़ान आधा घंटे पहले सतलुज नदी के डैम से होनी थी। आपदा प्रबंधन जंगल में लगने वाली को बुझाने का काम नहीं करती।