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धरेच के गुरुकुल में छः दिवसीय तबला विंटर कैंप संपन्न

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राजधानी से करीब 30 किलोमीटर दूर धरेच के गुरुकुल में हिमालय की गोद में बीते छः दिनों से चल रहे तबला विंटर शिविर का वीरवार को समापन हो गया। छः दिवसीय तबला विंटर कैंप में देश-विदेश से आए करीब 30 तबला वादकों ने अपनी कला का बेहतरीन प्रदर्शन किया। समापन समारोह में डाॅ. बाबूराम और उस्ताद त्रिलोक सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि शिकरत की और प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह वितरित किए

स्थानीय पंचायत प्रधान एवं प्रसिद्ध संगीतज्ञ हेत राम गंधर्व ने बतौर विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। उन्होंने विभिन्न राज्यों एवं विदेश से आए तबला साधकों का स्वागत किया। संगीत शिविर के आयोजक एवं रिसोर्स पर्सन विक्रम गंधर्व ने बताया कि शिविर में साधकों को तबला की बारीकियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस छः दिवसीय कैंप में गुरूकुल संगीत की स्वर लहरियों से गुंजायमान हो गया। लोगों ने शास्त्रीय संगीत, गजल, भजन इत्यादि का भरपूर आन्नद उठाया। इस शिविर में  संगीत से जुड़े प्रसिद्ध कलाकारों ने भाग लिया।

हिमालय की गोद में यह शिविर एक अनूठी छाप छोड़ गया। उन्होंने बताया कि शिविर के अंतिम दिन प्रदेश के प्रसिद्ध बांसुरी वादक हरिदत्त भारद्वाज, बनारस से आए प्रसिद्ध सितार वादक बटुक नाथ मिश्रा और आकाशवाणी से सेवानिवृत तबला वादक उस्ताद त्रिलोक सिंह ने कार्यक्रम प्रस्तुत करके चार चांद लगा दिए। उन्होने बताया कि सभी कलाकारों के ठहरने और भोजन की व्यवस्था गुरुकुल द्वारा की गई।

शिविर में दुबई से मनोज वासुदेवन, सोनी एंटरटेनमेन्ट टेलेंट वेंचर मुम्बई के सीईओ नचिकेत पंत वैद्य, गुजरात से कुनाल, मुम्बई से विदेश, चंडीगढ़ से पुनित, तमिलनाडू से श्रवणा, बनारस से संतोष, लखनऊ से निखिल, केरल से कृष्णा और हरिकृष्णा, उतरप्रदेश से निकिता सोनी, दिल्ली से आयुष कुमार, सुमित सिंह, श्यामाकांत जोशी, शिमला से जतिन, दिव्यांशु, सूर्यांश, आस्तिक, अभिषेक सांरग, सृष्टि और रूपल ने अपनी कला के जौहर दिखाए।

इस मौके पर पंचायत समिति अध्यक्ष यशोदा सांख्यान, बीडीसी सदस्य लायक राम, 7 सोल मेलोडी प्रोडक्शन के मालिक प्रदीप शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे ।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक