दो से तीन दिन जारी रहेगा सर्च अभियान, मृतक को चार लाख व घायलों को 50 हजार की मदद
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वीरवार को जिला किन्नौर के निगुलसरी हादसे का जायजा लेने के लिए घटनास्थल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने इस घटना पर खेद व्यक्त किया और कहा कि इस तरह की घटनाएं एकांत स्थानों पर हो रही हैं। आमूमन इस तरह की आपदाएं बरसात में होती हैं। लेकिन यह घटना बारिश न होने के बावजूद हुई है। इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। इस हादसे में अभी तक 14 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है, इससे पहले भी सांगला वैली के बटसेरी में नौ लोगों की भूस्खलन की चपेट में आने से मृत्यु हो गई थी। अब यह दर्दनाक हादसा हुआ है।

घटनास्थल पर लगातार पत्थरों के गिरने के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है, लेकिन फिर भी एनडीआरएफ, आइटीबीपी, डोगरा रेजीमेंट के जवान व स्थानीय लोग बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं। उन्हें बचाव कार्यों में कठिनाई जरूर आ रही है लेकिन फिर भी शिद्दत से कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्च व रेस्क्यू टीम अंजाम तक कार्य करेगी, वीरवार शाम तक काफी हद तक लक्ष्य तक पहुंच जाएगी। लेकिन यह सर्च अभियान दो-तीन दिन तक चलता रहेगा, ताकि मलबे के नीचे कोई दबा ना रह जाए।

इस तरह के हादसों पर काबू पाने के लिए प्रदेश सरकार जल्द ही ठोस कदम उठाएगी और गहनता से जांच की जाएगी। इस दौरान मुख्यमंत्री हादसे के घायलों का कुशल क्षेम जानने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भावानगर गए। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार की ओर से मृतकों के आश्रितों को 4 लाख और गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा उपचार का खर्च भी प्रदेश सकरार ही वहन करेगी।


