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दून में विधायक राम कुमार पर अवैध खनन और सरकारी जमीन कब्जे के गंभीर आरोप

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हिमाचल प्रदेश के दून में विधायक राम कुमार के खिलाफ भाजपा नेताओं का गुस्सा फूटा, अवैध खनन और सरकारी जमीन पर कब्जे का मामला गरमाया, दून क्षेत्र में विधायक राम कुमार चौधरी के खिलाफ अवैध खनन और सरकारी जमीन पर कब्जे के गंभीर आरोपों ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। दून भाजपा मंडल के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर मानपुर पुलिस थाने के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया और विधायक राम कुमार चौधरी तथा उनकी पत्नी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस प्रशासन और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विधायक पर सरकारी संपत्ति की लूट और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।

भाजपा नेता दून गुरमेल चौधरी ने विधायक राम कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे सरकारी जमीन पर कब्जा करने में माहिर हैं। उन्होंने दावा किया कि गांव बिनावादी में विधायक ने अपने समर्थकों के लिए सरकारी जमीन पर मकान बनवाए और वहां की 5 फीट जमीन का बिजली कनेक्शन काटकर अपने लिए अवैध कनेक्शन बनाया। चौधरी ने कहा, “राम कुमार सरकारी जमीन को अपनी बताकर उसका दुरुपयोग कर रहे हैं। किशनपुरा पंचायत में सरकारी जमीन पर अवैध खनन किया गया और फॉरेस्ट के पौधों को उखाड़कर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया गया।” उन्होंने विधायक की बेशर्मी पर तंज कसते हुए कहा कि वे अपनी जमीन का दावा करते हैं, लेकिन यह जनता और सरकार की संपत्ति को लूटने की साजिश है। चौधरी ने प्रशासन से मांग की कि हाल ही में पकड़े गए विधायक के टिप्पर और जेसीबी मशीन को जब्त किया जाए और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई हो। उन्होंने यह भी जोड़ा, “आम जनता टैक्स देती है, लेकिन विधायक कोई टैक्स नहीं देते और सरकारी संपत्ति पर कब्जा कर रहे हैं।”

 

भाजपा नेता मान सिंह मेहता ने भी विधायक की कार्यशैली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जनता ने राम कुमार को विधायक चुना था, लेकिन वे सरकारी जमीन का अवैध खनन कर रहे हैं और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं। मेहता ने तंज कसते हुए कहा, “विधायक का दावा है कि वे अपनी जमीन को समतल कर पेड़-पौधे लगाने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन पहाड़ी इलाके में 20 फीट गहरी खुदाई का बहाना जनता और प्रशासन को बेवकूफ बनाने की कोशिश है।” उन्होंने बताया कि पिछले साल विधायक पर 75,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया था, लेकिन छोटे जुर्माने से उनका व्यवहार नहीं बदला। मेहता ने मुख्यमंत्री से अपील की कि वे मित्रों की सरकार न चलाएं और जनता के हित में विधायक के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दें। उन्होंने कहा, “यह लोग सत्ता में आने के बाद सरकारी संपत्ति को अपनी निजी संपत्ति समझने लगे हैं।”

मानपुर पुलिस थाना के प्रभारी श्याम लाल ने बताया कि स्थानीय लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल उनके पास अवैध खनन की शिकायत लेकर आया था। उन्होंने कहा, “हमने विधिवत कार्रवाई शुरू की है। विधायक की पत्नी के स्वामित्व वाले तीन टिप्पर और एक पोकलेन मशीन को पकड़ा गया है। पहले भी कार्रवाई की गई थी और आगे भी नियमों के अनुसार सख्त कदम उठाए जाएंगे।”

किशनपुरा पंचायत के लोग भी सरकारी जमीन की लूट के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि विधायक राम कुमार पहले भी अवैध खनन और अन्य विवादों में शामिल रहे हैं, लेकिन बार-बार जुर्माना लगने के बावजूद उनकी गतिविधियां नहीं रुकीं। इस घटनाक्रम ने न केवल सरकारी जमीन के संरक्षण बल्कि पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक