दिल्ली में ब्लैक फंगस से अब तक 89 मरीजों की मौत, 863 मरीजों का चल रहा इलाज
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच लोगों को ब्लैक फंगस जैसी जानलेवा बीमारी का भी सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली में ब्लैक फंगस की चपेट में आकर अब तक 89 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं 863 मरीज ऐसे हैं जिनका इलाज अब भी चल रहा है। जबकि 92 मरीज इस बीमारी से जंग जीत कर स्वस्थ हुए हैं। दिल्ली में ब्लैक फंगस के अब तक कुल 1044 मामले सामने आए हैं। ब्लैक फंगस यानी म्यूकोरमाइकोसिस बीमारी को दिल्ली में पहले ही महामारी घोषित कर दिया गया है। दिल्ली सरकार ने इसके लिए औपचारिक नोटिफिकेशन जारी किया था।
ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन अभी तक बाजार में 7000 रुपए में मिलते हैं, लेकिन ये इंजेक्शन अब सिर्फ 1200 रुपए में मिलेगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कुछ दिन पहले ही इस इंजेक्शन को लॉन्च किया है। देश में एम्फोटेरिसिन बी इमल्शन इंजेक्शन का उत्पादन अभी तक एक ही कंपनी कर रही थी लेकिन अब वर्धा की जेनटेक लाइफ साइंस भी ये इंजेक्शन बनाने में लगी है। जेनटेक लाइफ साइंस की रोजाना लगभग 20,000 वायल का उत्पादन करने की क्षमता है।
कोरोनावायरस के बाद अब भारत में महामारी का रूप ले चुके ब्लैक फंगस या म्यूकोरमायकोसिस से निपटने के लिए सरकार युद्ध स्तर पर जुट गई है। इसके इलाज के लिए डॉक्टर लिपोसोमल एंफोटेरेसिरिन बी नाम के इंजेक्शन का उपयोग करते हैं। इस दवा के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने पांच और कंपनियों को इसे बनाने का लाइसेंस दिया है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी लगातार इस सिलसिले में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि यह दवा दुनिया के जिस भी कोने में उपलब्ध हो, उसे तुरंत भारत लाया जाए।