दहशत में पंडोह बाजार के बाशिंदे, डर के साए में रातें काटने को मजबूर
पंडोह बाजार के लोग इन दिनों डर के साए में रातें काटने को मजबूर हैं। कारण, बरसात के कारण बढ़ने वाला ब्यास नदी का जलस्तर। पंडोह बाजार ने वर्ष 2023 की प्राकृतिक आपदा में गंभीर दंश झेले हैं। पंडोह का लोअर बाजार 9 और 10 जुलाई 2023 को भारी बारिश और पंडोह डैम से छोडे गए पानी के कारण पूरी तरह से जलमग्न हो गया था। लोगों के घर पानी में डूब गए थे और उन्हें लाखों का नुकसान व्यक्तिगत तौर पर झेलना पड़ा था।यही कारण है कि बरसात आते ही पंडोह बाजार के लोगों का जीना दूभर हो गया है। स्थानीय निवासी प्रोमिला शर्मा, राधा कृष्ण वर्मा और रोहित कुमार ने बताया कि वर्ष 2023 की आपदा के वक्त पंडोह बाजार के लोग दो महीनों के लिए पूरी तरह से घर से बेघर हो गए थे। ऐसी घड़ी बीबीएमबी प्रबंधन ने उन्हें अपनी कालोनी में खाले पड़े क्वार्टरों में ठहराने का भरोसा दिलाया था। लेकिन बीबीएमबी प्रबंधन अपने इस वादे को भूल गया है।
वर्ष 2024 की बरसात में भी बीबीएमबी ने ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की और इस बार की बरसात में भी ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। इन्होंने बीबीएमबी प्रबंधन से मांग उठाई है कि बरसात के दो महीनों के लिए इन्हें प्रबंधन की कालोनी में खाले पड़े क्वार्टरों में अस्थायी तौर पर शरण दी जाए, ताकि ये अपना सामान लेकर वहां सुरक्षित रह सकें। इसके साथ ही इन्होंने पंडोह बाजार के लिए प्रस्तावित सुरक्षा दीवार को भी जल्द से जल्द लगाने की गुहार लगाई है ताकि भविष्य में पंडोह बाजार को पैदा होने वाले खतरे को कम किया जा सके।