थर्ड बटालियन पंडोह में श्रद्धांजलि देकर मनाया “पुलिस शहीद दिवस

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थर्ड बटालियन पंडोह में पुलिस शहीद दिवस पर श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया।  जिसमें बटालियन के कमांडेंट पदम चंद ने शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर एएसपी सोमदत्त और विभिन्न स्कूलों से आए हुए प्रधानाचार्यों, शिक्षकों, बच्चों व स्थानीय लोगों शहीदी स्मारक पर पुष्प अर्पित करके शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान दो मिनट का मौन भी रखा गया।कमांडेंट पदम चंद ने बताया कि 21 अक्तूबर 1959 को लद्दाख के पास गश्त कर रहे सीआरपीएफ के जवानों पर चीनी सैनिकों ने घात लगाकर हमला कर दिया था। इस हमले में 10 पुलिस जवान शहीद हो गए थे। उसके बाद हर वर्ष 21 अक्तूबर को पुलिस शहीदी दिवस मनाया जाता है। इसमें उन सभी पुलिस जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है जो  अपनी सेवाओं के दौरान शहीद हुए हैं। खासतौर पर उन जवानों के नाम संबोधित किए जाते हैं, जिन्होंने विगत वर्ष में अपनी सेवाओं के दौरान शहादत पाई होती है। उन्होंने कहा कि यह दिन पुलिस विभाग की शौर्य गाथा को दर्शाता है, इसलिए यह हम सभी के लिए खास है।

एएसपी ने बच्चों को पढ़ाया कानून का पाठ
शहीद दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में पंडोह के आसपास के 6 स्कूलों से आए बच्चों ने भाग लिया। इसमें जवाहर नवोदय स्कूल, गर्वंमेंट सीनियर सकेंडरी स्कूल, पांडवा पब्लिक स्कूल, नोबल स्कूल, सर्वोदय स्कूल और हिमालयन स्कूल के बच्चे शामिल रहे। थर्ड बटालियन पंडोह के एएसपी सोम दत्त ने उपस्थित बच्चों को पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

 

उन्होंने बताया कि पुलिस किस तरह से लोगों की सेवा के लिए कार्य करती है। उन्होंने बच्चों को सामान्य तौर पर इस्तेमाल होने वाले कानूनों की धाराओं के बारे में भी बताया। साथ ही उन्होंने बच्चों से नशे जैसी कुरीति से दूर रहने का संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि अगर नशा करना है तो किताबों का नशा करना चाहिए, क्योंकि इसकी लत से बच्चों को ज्ञान की प्राप्ति होती है, जिससे उनका भविष्य उज्जवल बनता है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक