डॉ. सैजल ने किया दो दिवसीय सायरोत्सव का शुभारम्भ
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुर्वेद मन्त्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि पूरे विश्व में व्याप्त कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए लोगों को आत्म अनुशासन अपनाने की आवश्यकता है तभी इस संकट की घड़ी में सुरक्षित रहा जा सकता है। डॉ. सैजल आज सोलन ज़िला के अर्की में दो दिवसीय ज़िला स्तरीय सायरोत्सव के शुभारम्भ के अवसर पर बोल रहे थे।
डॉ. सैजल ने इससे पूर्व प्राचीन काली माता मंदिर में भैंसे का पूजन कर सायरोत्सव का विधिवत शुभारम्भ किया। उन्होंने इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश विशेषकर सोलन ज़िला वासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मन्त्री ने कहा कि सायर मेला बाघल क्षेत्र की प्राचीन परम्परा है और यह नवीनता का परिचायक है। उत्तर भारत में सायर उत्सव को भिन्न-भिन्न स्वरूपों में आयोजित किया जाता है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लिए यह त्यौहार विशिष्ट है। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों में सभ्यता के विकास के साथ-साथ मेले के स्वरूप में भी परिवर्तन हुआ है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे मेले की प्राचीनता व गरिमा को बनाए रखने में सहयोग करें।
उन्होंने कहा कि मेले एवं त्योहार राष्ट्रीय समरसता के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से ही संस्कृति का संरक्षण सुनिश्चित होगा। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मन्त्री ने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों पर सरकार की नज़र है तथा इससे निपटने के लिए सरकार के पास पर्याप्त मात्रा में साधन व सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना पर अंकुश लगाने के लिए समाज के हर वर्ग को आगे आना होगा। उन्होंने लोगों से मास्क के प्रयोग, सुरक्षित दूरी के पालन तथा एल्कोहल युक्त सेनिटाइजर के प्रयोग का आह्वान किया।
इस अवसर पर भाजपा के पूर्व विधायक गोविंद राम शर्मा, प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष रतन सिंह पाल, भाजपा अर्की मंडल के अध्यक्ष देवेन्द्र कुमार उपाध्याय, भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष रमेश ठाकुर, भाजपा महिला मोर्चा अर्की की अध्यक्ष रीना भारद्वाज, भाजपा कार्यकारिणी सदस्य ओपी गांधी, उपमंडलाधिकारी अर्की विकास शुक्ला, पुलिस उप अधीक्षक प्रताप सिंह, लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता रवि कपूर, विभिन्न विभागों के अधिकारी, अन्य गणमान्य व्यक्ति तथा क्षेत्रवासी भी उपस्थित थे।