डंपिंग पॉइंट केंट सुबाथू से बरामद हड्डियां निकली जानवर की, जांच जारी
सुबाथू छावनी परिषद के डंपिंग प्वाइंट पर अधजले मानव अंग के वीडियो वायरल होने पर करीब 10 दिनों तक चले सर्च अभियान में पुलिस को फिलहाल अभी तक कोई मानव अंग का सुराग नहीं मिला। लेकिन मौके से एकत्रित हड्डियों की फॉरेंसिक रिपोर्ट में जानवरों की हड्डियों का खुलासा हुआ है। जिसकी पुष्टि डीएसपी परवाणू ने जारी प्रेस ब्यान में की है। लेकिन अब इस घटना ने पुलिस की जांच को भी नया मोड दे दिया है। ऐसे में सवाल ये भी सामने आता है कि जब कर्मचारियों ने डंपिंग प्वाइंट पर अज्ञात मानव अंग देखे जाने की बात कबूल की है, तो सर्च अभियान में कोई सुराग क्यों नहीं मिला।
कही ऐसा तो नहीं पुलिस को गुमराह कर सर्च अभियान से पहले ही सबूत को दृश्यम फिल्म की तरह कही ओर ही गायब कर दिया गया है, फिलहाल ये सब पहलू पुलिस की जांच का विषय है। बता दे कि बीते दिनों अप्रैल माह में गुमशुदा हुए बुजुर्ग दुर्गाराम के बेटे ने वायरल वीडियो में दिखाई देने वाले अज्ञात शव को 90 प्रतिशत अपने पिता होने का दावा कर क्रूरता करने वालों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर पूरे परिवार के साथ अनशन पर बैठने की चेतावनी दे दी है, इस संबंध में प्रकाशित समाचार के बाद जांच में भी तेजी नजर आने लगी। खबर प्रकाशित होने बाद ही तीन महीने से रुकी फॉरेंसिक रिपोर्ट भी सामने आ गई है। जिसमें मौके से ली है हड्डियां 6 माह से ज्यादा ओर दो साल से कम जानवरों की बताई जा रही है। बीती रात डीएसपी परवाणू ने सुबाथू पुलिस चौकी में गुमशुदा दुर्गाराम के परिजनों को पूरे मामले में निष्पक्ष जांच ओर कार्रवाई का आश्वाशन भी दिया है।
परिजनो ने बताया कि डीएसपी परवाणू ने वायरल वीडियो से संबंधित छावनी के कर्मचारियों से दुबारा पूछताछ करने की बात भी कही है। ऐसे में अब न्याय की गुहार लगा रहे परिजनों की निगाहे भी पुलिस की जांच पर टिकी है। वही पंचायत प्रधान प्रोमिला का कहना है कि पुलिस अपना काम कर रही है। लेकिन जल्द ही पंचायत प्रतिनिधि मंडल उपायुक्त सोलन से मिलकर वायरल वीडियो के अनुसार मानव अंग से क्रूरता दिखाने वालो के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रस्ताव सौंपेंगी।