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ठियोग : फ़र्ज़ी दस्तावेज़ से हरियाणा के चार लोगों ने हथियाई डाकसेवक की नौकरी, FIR

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अप्पर शिमला में डाक विभाग में फर्जी दस्तावेज के आधार पर नौकरी पाने का मामला सामने आया है। ग्रामीण डाक सेवक पद पर नौकरी कर रहे हरियाणा के चार लोगों के प्रमाण पत्र जांच में फर्जी पाए गए हैं। डाक अधीक्षक का पत्र मिलने के बाद ठियोग पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

मामले के अनुसार भारतीय डाक विभाग में वर्ष 2021-22 में ग्रामीण डाक सेवक की भर्ती निकली थी। हाईस्कूल में प्राप्तांक के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार कर अभ्यर्थियों का चयन किया गया था। इनमें चार अभ्यर्थियों की तैनाती ठियोग थाना के अंतर्गत आने वाले डाकघरों में हुई। डाक विभाग ने जब शैक्षिक प्रमाण पत्रों की जांच की, तो खुलासा हुआ कि चारों अभ्यर्थियों ने फ़र्ज़ी प्रमाण पत्र लगाए हैं। इनमें सिरसा निवासी सुशील, चरखी दादरी निवासी साहिल, भिवानी निवासी राकेश और जींद निवासी कर्मवीर शामिल हैं।

डीएसपी ठियोग सिद्धार्थ शर्मा ने बताया कि चारों आरोपियों के विरुद्ध थाना ठियोग में आईपीसी की धारा  420,465,468, 471 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।

मामले के अनुसार भारतीय डाक विभाग में वर्ष 2021-22 में ग्रामीण डाक सेवक की भर्ती निकली थी। हाईस्कूल में प्राप्तांक के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार कर अभ्यर्थियों का चयन किया गया था। इनमें चार अभ्यर्थियों की तैनाती ठियोग थाना के अंतर्गत आने वाले डाकघरों में हुई। डाक विभाग ने जब शैक्षिक प्रमाण पत्रों की जांच की, तो खुलासा हुआ कि चारों अभ्यर्थियों ने फ़र्ज़ी प्रमाण पत्र लगाए हैं। इनमें सिरसा निवासी सुशील, चरखी दादरी निवासी साहिल, भिवानी निवासी राकेश और जींद निवासी कर्मवीर शामिल हैं।

डीएसपी ठियोग सिद्धार्थ शर्मा ने बताया कि चारों आरोपियों के विरुद्ध थाना ठियोग में आईपीसी की धारा  420,465,468, 471 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक