टूरिज्म कैपिटल बनाने को लेकर अधिकारियों के साथ चल रहा मंथन…

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हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू कांगड़ा के धर्मशाला पहुंच गए। इससे पहले वह हेलीकॉप्टर से गग्गल एयरपोर्ट आए। CM ऐसे वक्त में कांगड़ा में है, जब जिले की जनता अनदेखी से नाखुश है, क्योंकि प्रदेश के सबसे बड़े कांगड़ा जिले से कैबिनेट में एक ही कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री का कांगड़ा का दौरा कई मायनों में अहम है। मुख्यमंत्री अपने 31 मई तक के कांगड़ा प्रवास के दौरान न केवल स्थानीय जनता की नाराजगी दूर करेंगे, बल्कि विभिन्न विभागों की योजनाओं समीक्षा भी करेंगे। वह आज कांगड़ा जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रिव्यू मीटिंग की अध्यक्षता करेंगे। उन्होंने 2023-24 के बजट भाषण में कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाने की घोषणा कर रखी है।

सीएम आज अधिकारियों के साथ चर्चा करके कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाने का रोड-मैप तैयार कर रहे हैं। उन्होंने पर्यटन विभाग और स्थानीय प्रशासन को पहले ही इसका ब्लू प्रिंट तैयार करने के निर्देश दे रखे है, ताकि भविष्य में कांगड़ा में पर्यटकों को आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हो सके। हिमाचल के कांगड़ा जिला में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। जिले में धौलाधार ​​​​​की पहाड़ियां, कई ऐतिहासिक मंदिर, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, मैक्लोडगंज, नड्डी जैसी खूबसूरत जगह है। यहां मूलभूत सुविधाएं जुटाकर पर्यटन को प्रमोट किया जा सकता है।

प्रदेश सरकार पहली बार शीतकालीन प्रवास की परंपरा को तोड़ते हुए गर्मियों में धर्मशाला पहुंची है। मुख्यमंत्री सुक्खू और उनके अधिकांश मंत्री अगले सात-आठ दिन कांगड़ा में जनता की समस्याएं सुनेंगे और उनका मौके पर ही समाधान करेंगे। इस दौरान विभिन्न विभागों की योजनाओं की भी समीक्षा करेंगे। वह जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में कई निर्माणाधीन परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास भी करेंगे। मुख्यमंत्री सुक्खू निजी हेलिकॉप्टर छोड़कर कमर्शियल फ्लाइट से कांगड़ा पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों को भी इसका इस्तेमाल करने को कहा, क्योंकि राज्य सरकार केंद्रीय नागरिक उड़यन मंत्रालय को शिमला-गग्गल फ्लाइट चलाने के लिए हर साल 11 करोड़ रुपए दे रही है। सीएम सुक्खू का स्वागत कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, CPS आशीष बुटेल, विधायक सुधीर शर्मा, रघुवीर बाली, केवल सिंह पठानिया, यादवेंद्र गोमा, भवानी सिंह पठानिया इत्यादि ने किया।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक