जिला के डियारा सेक्टर तथा हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में फैले दस्त रोग की समीक्षा के लिए बैठक आयोजित
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर के कार्यालय में विधायक सदर सुभाष ठाकुर की अध्यक्षता में बैठक हुई । जिसे बिलासपुर जिला के डियारा सेक्टर तथा हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में फैले दस्त रोग की समीक्षा के लिए बुलाई गई थी। इस बैठक में जल शक्ति विभाग तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की तरफ से अधीषाशी अभियंता अरविंद कुमार, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर परविन्दर सिंह, सहायक अभियन्ता सहित अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने भाग लिया। विधायक ने इस दस्त रोग के आउटब्रेक के ताजा हालात की समीक्षा की तथा उन्होंने इसके होने के कारण के बारे में दोनों विभागों से जानकारी प्राप्त की। दोनों विभागों द्वारा इसके कारणों को जानने के लिए पानी के सैंपल परीक्षण करवाए गये तथा ये पानी के परीक्षण अलग-अलग लेबोरेटरी द्वारा करवाए गए हैं। दोनों विभाग के अधिकारियों ने बताया ये पानी के सैंपल परीक्षण के लिए पानी के स्त्रोतों, पानी के भंडारण टैंक व लोगों के घरों से नल के पानी के लिए गए थे। सैंपल परीक्षण की रिपोर्ट में पानी की रिपोर्ट सही पाई गई यानि अलग-अलग लेबोरेटरी से परीक्षण कराने के बावजूद भी पानी पीने योग्य पाया गया।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि अब दस्त रोग के मरीजों की संख्या कम हो रही है और काफी हद तक कम हो गई है और आज दस्त रोग का कोई भी रोगी जिला अस्पताल में या अन्य जगह पर दाखिल नहीं है। अतः हालात अब नियंत्रण में है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की तीन टीमें डियारा सेक्टर में तथा 2 टीमें हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में प्रतिदिन लोगों के घर -घर में जाकर लोगों को क्लोरीन की गोलियां बांट रहे हैं, तथा दस्त रोग से बचने के उपाय बताए जा रहे हैं । इसके लिए प्रचार सामग्री भी बांटी जा रही है और दस्त रोग से पीड़ित व्यक्तियों को उनके घर पर ही उन्हें दवाई दी जा रही है जिससे सभी लोग ठीक हो रहे हैं ।ताजा जानकारी के मुताबिक हालात अब नियंत्रण में है। विधायक महोदय ने इन दो विभागों जल शक्ति एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को यह दिशा निर्देश दिए हैं कि वे दस्त रोग के फैलने के कारणों की अभी और जांच करें ताकि इस रोग के फैलने के कारण का पता लगाया जा सके तथा समय रहते उसको ठीक किया जा सके सुधार किया जा सके तथा भविष्य में ऐसी घटना फिर ना हो इसके लिए उन्होंने दोनों विभागों के अधिकारियों को सख्त आदेश दिए हैं कि इसकी जांच गहराई तक करें तथा निवारण भी करें।