चुराह क्षेत्र में 1466 लोगों ने पूरी की होम क्वॉरेंटाइन अवधि- विधानसभा उपाध्यक्ष

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चुराह क्षेत्र में अब तक 1466 लोगों ने होम क्वॉरेंटाइन की अवधि पूरी कर ली है। विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने आज खंड विकास अधिकारी कार्यालय के सभागार में कोरोना 

वायरस के संक्रमण से निपटने को लेकर उठाए गए कदमों की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक में कहा कि क्षेत्र में कुल 1592 लोगों को होम क्वॉरेंटाइन किया गया था। मौजूदा समय में 126 व्यक्ति होम क्वॉरेंटाइन में हैं।

उन्होंने  कहा कि अब तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा 406 लोगों के टेस्ट भी किए जा चुके हैं और यह प्रक्रिया जारी है। चुराह क्षेत्र में संस्थागत  क्वॉरेंटाइन

के लिए राजकीय महाविद्यालय के अलावा कस्तूरबा गांधी विद्यालय और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तीसा में संस्थागत क्वॉरेंटाइन केंद्र बनाए गए हैं। वर्तमान में कस्तूरबा गांधी विद्यालय में स्थापित क्वॉरेंटाइन केंद्र में 58 व्यक्ति क्वॉरेंटाइन की अवधि पूरी कर रहे हैं पंचायत क्वॉरेंटाइन केंद्र में भी 77 लोगों को रखा गया था जिनमें से 74 को अवधि पूरी होने के बाद रिलीज कर दिया गया है। विधानसभा उपाध्यक्ष ने विभिन्न विभागों के फील्ड कर्मचारियों का आह्वान करते हुए कहा कि वे कोरोना वायरस की एहतियातों को लेकर लोगों को जागरूक करने में भी अपनी भूमिका निभाएं। बुजुर्गों और 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों को अनावश्यक तौर पर बाहर ना निकलने को लेकर प्रेरित करें। विधानसभा उपाध्यक्ष ने कहा कि विभिन्न विभागों के समन्वय के साथ कोरोना वायरस से बचाव को लेकर संतोषजनक प्रयास किए गए हैं।

विधान सभा उपाध्यक्ष ने इस बात पर भी जोर दिया कि जब तक शिक्षण संस्थान खुलते नहीं हैं तब तक शिक्षक अपने निवास क्षेत्र के समीपवर्ती इलाके के विद्यार्थियों का सोशल डिस्टेंसिंग और एहतियातों से जुड़े मैकेनिज्म के माध्यम से मार्गदर्शन करें।

विधानसभा उपाध्यक्ष ने बाद में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ विकासात्मक स्कीमों और योजनाओं को लेकर भी बैठक की और क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि रानीकोट- सत्ययास  पेयजल योजना पर 2 करोड़ 35 लाख की राशि खर्च होगी। योजना नाबार्ड के तहत बनेगी और इसके टेंडर भी हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत चोली- कोहाल- सपरोट पेयजल योजना का काम प्रगति पर है। इस योजना पर 5 करोड़ 77 लाख की लागत आएगी।  योजना के पूरा होने के बाद 3 पंचायतों के 634 परिवारों को पेयजल की सुविधा हासिल होगी। उन्होंने ये भी बताया कि गुनूघराट पेयजल आपूर्ति योजना विधायक प्राथमिकता के तहत बनेगी और ये योजना 21 हजार की आबादी को लाभान्वित करेगी।

विधान सभा उपाध्यक्ष ने कृषि, बागवानी और पशुपालन विभाग के अधिकारियों को  स्थानीय स्तर पर  रोजगार के अवसर उपलब्ध करने को  लेकर व्यवहारिक योजनाएं तैयार करने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि जब इस तरह की योजनाएं बनेंगी तो लोगों को अपने व्यवसाय की तलाश में अपने क्षेत्र से बाहर जाने की आवश्यकता ही नहीं रहेगी। ग्रामीण आर्थिकी में कृषि, बागवानी और पशुपालन  की सबसे बड़ी भागीदारी है। विभागों को इस दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे। विभागीय अधिकारी अलग अलग क्षेत्रों में पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर अपनी गतिविधियों को अंजाम दें ताकि योजना के परिणाम आने के बाद अन्य लोगों को भी प्रेरित और जागरूक किया जा सके।

उन्होंने कहा कि चुराह में बागवानी और सम्बद्ध गतिविधियों के विकास को लेकर 1 करोड़ 13 लाख की योजना भी तैयार की गई है। चुराह  क्षेत्र के 174 लाभार्थियों को मधुमक्खी पालन के लिए 10 लाख की अनुदान राशि जारी की गई है।

बैठक में एसडीएम चुराह हेमचंद वर्मा के अलावा पंचायत समिति उपाध्यक्ष बोधराज, जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र ठाकुर, मंडल अध्यक्ष ताराचंद, खंड विकास अधिकारी बवनेश चड्ढा, विभिन्न विभागों के अधिकारी और स्थानीय पंचायत प्रधान कृष्णा महाजन मौजूद रहे।

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