चंबा में आई प्राकृतिक आपदा पर गरमाया सदन, हंगामे के बीच 15 मिनट तक स्थगित की कार्यवाही
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में गुरुवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायक हंसराज ने पॉइंट ऑफ ऑर्डर के तहत जिला चंबा में आई प्राकृतिक आपदा का मामला उठाया। हंसराज ने कहा कि चुराह और भरमौर क्षेत्र में दूरसंचार और सड़क संपर्क कट गया है। फंसे हुए लोगों को राशन भी नहीं मिल पा रहा है, इससे परेशानियां बहुत अधिक बढ़ गई हैं। विधायक जनक राज सहित विपक्षी सदस्यों ने कहा कि सरकार को मामले की गंभीरता को देखते हुए मानसून सत्र को तुरंत स्थगित कर देना चाहिए।
जयराम ठाकुर ने ये कहा
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि इस मुश्किल की घड़ी में मुख्यमंत्री गैर जरूरी काम से बिहार चले गए हैं। उन्हें इस दौरान हिमाचल में रहकर रेस्क्यू कार्यों की निगरानी करनी चाहिए थी। नेता विपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री के लिए राजनीतिक काम अधिक जरूरी हो गए हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जो भावनाएं विपक्ष के सदस्यों ने प्रकट की है वह सही है। कई जिलों में भारी नुकसान हुआ है। अगर संसदीय कार्य मंत्री और नेता विपक्ष आपस में बात कर सत्र को स्थगित करने पर सहमत हैं तो मुझे इस पर कोई आपत्ति नहीं होगी।
उप मुख्यमंत्री ने ये कहा
उधर, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्राकृतिक आपदा से प्रभावित होने का मामला संवेदनशील है लेकिन ऐसा इंप्रेशन दिया जा रहा है कि सरकार कुछ भी नहीं कर रही। उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव ने बीते कल ही सभी जिलों उपायुक्त के साथ बैठक की है। बुधवार रात 1:00 बजे चंबा पठानकोट मार्ग खुल गया है। विपक्ष का यह कहना कि 10,000 लोग फंसे हुए हैं, यह गलत है। 3,000 लोगों को रेस्क्यू भी कर दिया गया है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार इस मामले पर पूरी तरह से गंभीर है, इसे राजनीतिक रंग न दिया जाए।