गोबिंद सागर झील में अगले सप्ताह से शुरू होगा पैरासेलिंग बोट का रोमांच
गोबिंद सागर झील में अगले सप्ताह से लोग पैरासेलिंग बोट का मजा ले पाएंगे। जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन द्वारा गोबिंद सागर में ट्रायल के तौर पर 2 महीने पैरासेलिंग बोट की गतिविधियां संचालित की जाएंगी। यदि यह ट्रायल सफल रहा तो प्रशासनिक स्तर पर संबंधित कंपनी को गोबिंद सागर झील में पैरासेलिंग बोट की गतिविधियां संचालित करने का परमिट जारी किया जाएगा। अगले सप्ताह से स्थानीय लोगों के साथ पर्यटक भी क्रूज व शिकारे, स्पीड बोट के अतिरिक्त पैरासेलिंग बोट का आनंद उठा पाएंगे। जिला प्रशासन ने दिल्ली की एक कंपनी को पैरासेलिंग बोट की गतिविधियां संचालित करने के लिए बिलासपुर बुलाया है। संबंधित कंपनी को ट्रायल के तौर पर दो महीने पैरासेलिंग बोट गतिविधियां संचालित करने की इजाजत दी गई है जिसके तहत संबंधित कंपनी की बोट बिलासपुर के मंडी-भराड़ी में पहुंच चुकी है।
बिलासपुर बनेगा उत्तर भारत का पहला जिला
जानकारी के अनुसार मंडी-भराड़ी में क्रूज व शिकारे के अतिरिक्त पैरासेलिंग बोट की गतिविधियां संचालित की जाएंगी। इस तरह की गतिविधियां शुरू करने वाला बिलासपुर उत्तर भारत का पहला जिला बन जाएगा। संबंधित कंपनी दो महीने मंडी-भराड़ी में पैरासेलिंग बोट की गतिविधियां संचालित करेगी। इसके बाद प्रशासन व पर्यटन विभाग की तकनीकी समिति इसका आकलन करेगी। यदि तकनीकी रूप से सभी कुछ सही पाया गया तो संबंधित कंपनी को पैरासेलिंग बोट की गतिविधियां संचालित करने का परमिट जारी किया जाएगा। बता दें कि बिलासपुर के गोबिंद सागर को वर्तमान में वाटर टूरिज्म के तहत विकसित किया जा रहा है जिसके तहत यहां पर क्रूज, शिकारे व स्पीड बोट सहित अन्य गतिविधियां अक्तूबर महीने में शुरू कर दी गई हैं। इनका विधिवत उद्घाटन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा 28 अक्तूबर को किया गया था जबकि पैरासेलिंग की गतिविधियां शुरू की जा रही हैं।