क्वांरनटाईन सैंटर में रखे गए सहारनपुर के 17 मजदूरों को वापिस काम पर अपर शिमला भेजा जाएगा -एसडीएम

राजगढ़: कोविड-19 के संकट के चलते क्वांरनटाईन सैंटर राजगढ़ में अन्य राज्य के रखे गए 21 व्यक्तियों में से 17 को वापिस अपर शिमला के ठियोग व कोटखाई भेजने की प्रशासन द्वारा तैयारी की जा रही है जहां पर वह इससे पहले ठेकेदार के पास मजदूरी का काम करते थे । बता दें कि यह सभी मजदूर अपर शिमला से पैदल अपने घर सहारनपुर जा रहे थे जिन्हें यशवंतनगर बेरियर पर पकड़े जाने के बाद राजगढ़ में क्वांरनटाईन सैंटर में निगरानी के तौर पर रखे गए थे ।

एसडीएम राजगढ़ नरेश वर्मा ने सोमवार को क्वांरनटाईन सैंटर का दौरा करने के जानकारी देते हुए बताया कि सहारनपुर क्षेत्र के सभी 21 मजदूरों ने 14 दिन से ज्यादा का समय क्वांरनटाईन सैंटर में पूरा कर दिया गया है और सभी मजदूर स्वस्थ है इनमें कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं पाए गए है । उन्होने बताया कि अन्य राज्य के व्यक्तियों को वापिस अपने क्षेत्र भेजने के सरकार द्वारा अभी कोई आदेश नहीं दिए गए है परंतु स्थानीय स्तर पर इन सभी लोगों को इनकी कुशलता के अनुरूप काम दिया जाएगा ।

उन्होने बताया कि सहारनपुर क्षेत्र के 17 मजदूरों ने वापिस अपने ठेकेदार के पास जाने के लिए तैयार हो गए है जिनमें से 7 मजदूरों को कोटखाई और 10 मजदूरों को ठियोग के शिलारू क्यारा को एक दो दिन में गाड़ी द्वारा भेजा जाएगा । जबकि चार व्यक्तियों, जो बारबर का कार्य करते हैं, ने राजगढ़ में मजदूरी करने पर हामी भर ली है । कोटखाई को भेजे जाने वाले 7 मजदूरों में मोहम्मद शहजाद, इम्तीयाज, मोहम्मद कैफ, मोहम्मद फारूख, साहिल, मोहम्मद बाबर और शहदान समानी शामिल है जबकि 10 मजदूरों में संजय, नफीज, गंुलसेर, इरशाद, मौसीन, नदीम, शौकीन, महतार,अबहाब ओर मुंतबीर को ठियोग के शिलारू को उनके ठेकेदार के पास भेजा जाएगा । एसडीएम ने बताया कि इन सभी मजदूरों की सूचना उपायुक्त शिमला और एसडीएम ठियोग को दी जा रही है ताकि इन सभी व्यक्यिों को जब तक काम नहीं मिल पाता तब तक भोजन व ठहरने की व्यवस्था हो सके।

