कौन अधिकारी काम के बदले नेताओं के नाम पर लेता है पैसे बेनामी पत्र हुआ जारी

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नेताओं के नाम पर बद्दी में अधिकारी करते है उगाही, भेजा Third Eye Today को पत्र
बद्दी से एक पत्र Third Eye Today के कार्यालय में भेजा गया जिसमे कुछ अधिकारियों के नाम लिखे गए हैं। जिसमें लिखा गया है कि कुछ अधिकारी हैं जो नेताओं के नाम पर पैसे मांगते है। पत्र में बाकायदा अधिकारियों के नामनों का जिक्र किया गया है और कहा गया है कि ये अधिकारी नेताओं का Reference देकर पैसे मांगते है। पत्र में 12 विभागों के अधिकारियों के नाम और वो कितने पैसों की डिमांड करते है उसका उल्लेख भी किया गया है। हालांकि Third Eye Today इस तरह के बेनामी पत्र में लिखी हुई बातों की पुष्टि नहीं करता।
NOC से लेकर File Clearance और Per Visit के तय रेट का ये पत्र आज ही Third Eye Today को प्राप्त हुआ। जिसे बद्दी से ही पोस्ट किया गया है और दिलचस्प बात ये भी है कि भेजने वाले ने इसे बाकायदा सरकारी लिफाफे मे इसे भेजा है। एक वकील और एक व्यक्ति के नाम से भेजा गया पत्र हमें मिला। पत्र जिसके नाम से भेजा गया उससे हमने बात करी तो उसने इस बात से साफ इंकार कर दिया कि उन्होने इस तरह का पत्र भेजा है। अगर उन्होने ये पत्र नहीं भेजा तो किसने इसे भेजा? भेजने वाले की क्या मंशा रही होगी कि उसने ऐसे व्यक्ति का नाम लिखा जिसने उसे भेजा ही नहीं? भेजने वाले ने इसे चैनल के ऑफिस क्यों भेजा?
क्या सही मे ऐसे अधिकारी और कर्मचारी बद्दी में है जो सरकार के नेताओं के नाम पर धन की उगाही करते है। अगर ऐसा है तो सरकार को जरूर इस पर ध्यान देना होगा। क्योकि पहली बार नहीं है जब पत्र बंब का जिन्न बाहर निकला हो इससे पहले भी नेताओं के खिलाफ पत्र निकाल चुके है जिसपर चरित्र हनन तक के आरोप लग चुके है। लेकिन इस बार नेता नहीं लिखने वाले के रीडार पर अधिकारी है और ऐसे अधिकारी और कर्मचारी जो 7500 से लेकर 1 लाख तक नेताओं का Reference पैसे की डिमांड करते है।
इस तरह के पत्र भेजने वालों को जब तक सामने नहीं लाया जाता तब तक ऐसे पत्र सामने आते रहेंगे और इसमे नेताओं से लेकर अधिकारियों और कर्मचारियों को घसीटा जाता रहेगा। लेकिन इतना भी जरूर है कि सरकार को भी ऐसे अधिकारियों के बारे मे जरूर सोचना होगा क्योकि बिना आग के धुआं नहीं उठता जनाब

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक