कोलकाता केस: संजय रॉय की बाइक पुलिस कमिश्नर के नाम पर क्यों थी रजिस्टर?

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पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक 31 साल की जूनियर डॉक्टर के साथ रेप हुआ और उसका मर्डर कर दिया गया. जब यह घटना हुई जूनियर डॉक्टर उस समय नाइट शिफ्ट कर रही थी और पिछले 36 घंटे से ड्यूटी पर थी. इस अपराध में कोलकाता पुलिस ने आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार किया है.यह केस जांच के लिए सीबीआई के हाथ में दे दिया गया था, जिसके बाद सीबीआई केस को सुलझाने के लिए केस की हर परत खोल रही है और हर-छोटी से लेकर बड़ी चीज की जांच कर रही है. इसी कड़ी में सीबीआई ने आरोपी संजय रॉय की बाइक को जब्त किया था, जिसके बाद सामने आया कि संजय रॉय की बाइक पुलिस कमिश्नर के नाम पर रजिस्टर थी.

कोलकाता पुलिस ने दी सफाई

यह बात सामने आने के बाद सीबीआई इस बात का पता लगाने लगी थी कि संजय रॉय का कोलकाता पुलिस से क्या कनेक्शन है. जिस पर अब कोलकाता पुलिस ने सफाई पेश की. कोलकाता पुलिस ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर बयान जारी कर कहा, यह बात सही है कि संजय रॉय की बाइक पुलिस कमिश्नर के नाम पर रजिस्टर थी, लेकिन यह जान लेना भी जरूरी है कि संजय रॉय पुलिस वेलफेयर विभाग में था, ये बाइक संजय रॉय की निजी नहीं है बल्कि उसे पुलिस वेलफेयर विभाग की तरफ से दी गई थी.

Kolkata Rape Case (2)

संजय रॉय की बाइक की जानकारी

पुलिस विभाग ने कहा, जो भी सरकारी वाहन पुलिस की किसी भी यूनिट को दिया जाता है वो कमिश्नर के नाम पर ही रजिस्टर होता है. हालांकि, संजय रॉय 6 सितंबर 2024 तक सीबीआई की निगरानी में न्यायिक हिरासत में है.

कोलकाता में नबन्ना मार्च

कोलकाता में जूनियर डॉक्टर के साथ हुए इस भयावह अपराध को लेकर पूरे देश में आंदोलन की लहर उठी, हर तरफ लोग कोलकाता की निर्भया को इंसाफ दिलाने की मांग करने लगे, साथ ही महिलाओं की सुरक्षा पर भी एक बार फिर सवाल खड़ा हो गया. हालांकि, कोलकाता और हावड़ा में 27 अगस्त को लोग भारी तादाद में सड़कों पर आकर नबन्ना मार्च कर रहे हैं, यानी वो एक साथ राज्य सचिवालय की ओर बढ़ेंगे. इस मार्च में आंदोलनकारी राज्य की सीएम ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक