कोलकाता की घटना पर गृह मंत्रालय सख्त, सभी राज्यों को दिए निर्देश

Spread the love

कोलकाता की घटना के बाद गृह मंत्रालय ने एक बड़ा फैसला लिया है. मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को हर दो घंटे में राज्य की लॉ एंड ऑर्डर रिपोर्ट भेजने को कहा है.

कोलकाता डॉक्टर रेप और मर्डर केस के बाद गृह मंत्रालय सख्त हो गया है. डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन के बीच मंत्रालय ने बड़ा कदम उठाया है. सभी राज्यों से हर दो घंटे में लॉ एंड ऑर्डर रिपोर्ट मांगी गई है. कलकत्ता की घटना के बाद गृह मंत्रालय ने ये फैसला लिया है. आदेश में कहा गया है कि सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश हर दो घंटे में केंद्रीय गृह विभाग को राज्य की लॉ एंड ऑर्डर रिपोर्ट भेजेंगे.

पीड़िता को इंसाफ दिलाने की जद्दोजहद जारी

कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में 9 अगस्त को घटी पूरे देश में तहलका मचा दिया है. पीड़िता को इंसाफ दिलाने की जद्दोजहद लगातार जारी है. अलग-अलग राज्यों में लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं. देशभर के डॉक्टर्स हड़ताल कर रहे हैं. शनिवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने 24 घंटे का बंद बुलाया था. इस दौरान कई राज्यों की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावति रहीं. इमरजेंसी सेवा को छोड़कर सभी सेवाएं बंद रहीं.

13-14 अगस्त की आधी रात अस्पताल में हिंसा

9 अगस्त की घटना के बाद 13-14 अगस्त की दरमियानी रात आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हिंसा भड़क गई. घटना के विरोध में डॉक्टरों का प्रदर्शन चल रहा था. इसी बीच हजारों की भीड़ अस्पताल में घुस आई और जमकर हंगामा किया. इस दौरान पत्थरबाजी भी हुई. भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. आंसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े. इस मामले में पुलिस ने अब तक 25 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है. बाकियों की तलाश जारी है. पुलिस ने सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.

सीबीआई कर रही मामले की जांच

कोलकाता डॉक्टर रेप मर्डर केस की सीबीआई कर रही है. पहले यह जांच कोलकाता पुलिस कर रही थी लेकिन हाई कोर्ट के आदेश के बाद जांच सीबीआई को सौंपी गई. सीबीआई ने अब तक इस घटना से जुड़े 10 से ज्यादा लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है. वहीं पीड़ित परिवार ने भी जांच एजेंसी को कुछ नाम सुझाए हैं. पूर्व प्रिंसिपल संदीप घओष समेत कुल मिलाकर 30 लोग सीबीआई की रडार पर हैं.

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक