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कोरोना की धीमी होती रफ्तार 24 घंटों में कोविड-19 के 3.11 लाख नए संक्रमित, ठीक हुए 3.62 लाख

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भारत में कोविड-19 संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 3 लाख से ज्यादा पर बरकारार है लेकिन राहत इस बात की है कि इस दौरान ठीक होने वालों की संख्या दैनिक मामलों से ज्यादा बनी हुई है।  केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में संक्रमण के 3 लाख 11 हजार 170 नए मामले सामने आए हैं, वहीं इस अवधि में 3 लाख 62 हजार 437 मरीज खतरनाक वायरस के संक्रमण से मुक्त हुए हैं।  इसी के साथ देश में मौजूदा एक्टिव मरीजों की संख्या में 55 हजार 344 मरीजों की गिरावट देखी गई है और कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 36 लाख 18 हजार 458 हो गई है।

एक्टिव मरीजों में कमी के बीच मौतों पर नियंत्रण नहीं मिल पाना अभी भी परेशानी का सबब बना हुआ है।  मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में 4077 मरीजों की मौत कोरोना के कारण हुई है, जिसके बाद कुल मृतकों की संख्या 2 लाख 70 हजार 284 हो गई है।  वहीं कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 2 करोड़ 46 लाख से ज्यादा हो गई है तो इससे ठीक होने वालों की कुल संख्या 2 करोड़ 7 लाख के आंकड़े को पार कर गई है।  पिछले 24 घंटों में कुल 18,32,950 मरीजों के कोरोना जांच की गई, जिसके बाद पॉजिटिविटी रेट 16.97 फीसदी हो गया है।

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वैक्सीनेशन अभियान भी अपनी रफ्तार से जारी है, हालांकि कई राज्यों में टीके की कमी के शिकायत के बीच अब तक 18,22,20164 लोगों को वैक्सीन की खुराक लगाई जा चुकी है, पिछले 24 घंटों में 18,32,950 लोगों को इसका टीका लगाया गया है। वैक्सीनेशन अभियान भी अपनी रफ्तार से जारी है, हालांकि कई राज्यों में टीके की कमी के शिकायत के बीच अब तक 18,22,20164 लोगों को वैक्सीन की खुराक लगाई जा चुकी है, पिछले 24 घंटों में 18,32,950 लोगों को इसका टीका लगाया गया है। अगर महीने के अनुसार कोविड के आंकड़ों को समझे तो मई का महीना अब तक सबसे खतरनाक महीना  नजर आ रहा है।  इस महीने के मात्र 16 दिनों में 59.21 लाख मामले सामने आ चुके हैं।  जबकि अप्रैल में यह संख्या सर्वाधिक 66.13 लाख रही थी। वहीं मार्च के महीने में कुल 10.25 लाख, फरवरी में 3.50 लाख और जनवरी में 4.79 लाख रहे थे।  साल 2021 में अब तक एक करोड़ चालीस लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं।

 

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक