जोगिंद्रनगर उपमंडल की पंचायत भडयाड़ा के गांव डकबगड़ा में कोविड-19 महामारी ने ऐसा कहर बरपाया कि 16 व 9 वर्षीय 2 बच्चों से उनके मां-बाप को पलक झपकते ही छीन लिया। अब घर के बरामदे में बैठे इन बच्चों की कोमल आंखें बस शायद यही कह रही हो कि कहीं से उन्हें अपने खोए हुए मां-बाप की बस एक झलक देखने को मिल जाए। यह दुखद भरा मंजर देख यहां आने वाला हर कोई सिसक रहा है, वहीं दूसरी तरफ उनकी बूढ़ी दादी को भी विश्वास नहीं हो रहा है कि महज चंद दिन पूर्व उनका परिवार जो भरापूरा था आज उसके 2 सदस्य उनके बीच नहीं है। शायद उनकी आत्मा ईश्वर से कह रही हो कि आखिर ये दुख भरे पल उनके हिस्से में क्यों लिख दिए गए।
एसडीएम ने दिया बच्चों हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन
एसडीएम जोगिंद्रनगर अमित मेहरा मंगलवार को इन बच्चों के घर भडयाड़ा के गांव डकबगड़ा पहुंचे और दोनों
बच्चों 16 वर्षीय विशाल तथा 9 वर्षीय परी को ढांढस बंधाया, वहीं शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं
प्रकट की हैं। इस दौरान बीडीओ चौंतड़ा विवेक चौहान तथा पंचायत प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। एसडीएम ने कहा कि
इन बच्चों को प्रशासन व प्रदेश सरकार की ओर से हरसंभव मदद दिलवाई जाएगी और साथ ही सरकार की अनाथ
बच्चों के लिए शुरू की गई फोस्टर केयर योजना के तहत इन्हें लाभान्वित करने का प्रयास भी किया जाएगा ताकि
इनकी परवरिश में परिवार के दूसरे सदस्यों को परेशानी का सामना न करना पड़े। अमित मेहरा ने कहा कि बच्चों के
साथ-साथ परिवार के दूसरे लोगों का भी कोविड टैस्ट करवाया जाएगा। इस दौरान उनके साथ पुलिस थाना प्रभारी जोगिंद्रनगर संदीप शर्मा भी मौजूद रहे।
दंपति की कुछ दिन पहले कोरोना से हुई मौत बता दें कि इन बच्चों के माता-पिता 45 वर्षीय प्यार चंद तथा 36 वर्षीय सुनीता का कुछ दिन पहले निधन हो गया है। माता सुनीता देवी ने होम आइसोलेशन में ही दम तोड़ दिया था जबकि पिता प्यार चंद की नेरचौक मेडिकल
कॉलेज में मौत हो गई थी।
20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक