किसान सभा ने राजनीतिक दलों पर लगाया अनदेखी करने का आरोप
हिमाचल किसान सभा क्षेत्रीय कमेटी वाकनाघाट ने विभिन्न राजनीतिक दलों व उनके नेताओं पर पिछले लंबे समय से चले आ रहे किसानों के आंदोलन की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। हिमाचल किसान सभा क्षेत्रीय कमेटी वाकनाघाट के पदाधिकारियों का कहना है कि यदि इन राजनीतिक दलों के स्थानीय नेतागण अब भी खुलकर किसानों के समर्थन में नहीं आए या किसानों की मांगों का समर्थन नहीं किया तो आने वाले समय में जब यह राजनीतिक दल अपनी चुनावी रोटियां सेकने या वोट मांगने गांवों में आएंगे तो क्षेत्र का किसान पूरी तरह से इन लोगों का बहिष्कार करेगा।
किसान सभा का कहना है कि वे पिछले लंबे समय से वाकनाघाट सब्जी मंडी में किसानों को आ रही अनेक समस्याओं को लेकर आंदोलनरत है। इनमें प्रमुख तौर पर किसानो से फसलों पर काट न काटने, सब्जी मंडी में बाहर से आढ़तियों को बुलाए जाने, किसानों की सब्जियों की बोली लगाए जाने, सब्जी मंडी के विस्तार, सब्जी मंडी में सफाई व पार्किंग की व्यवस्था, सोलन में टमाटर पर आधारित प्रोसेसिंग उद्योग लगाने सहित वाकनाघाट में कोल्ड स्टोर के निर्माण व जब तक सब्जी मंडी का विस्तार नहीं हो जाता है। तब तक किसानों की फसलों को ढंकने के लिए तिरपाल आदी की व्यवस्था आदि समस्याएं शामिल है।
किसान सभा का कहना है कि 20 जुलाई 2020 से अभी तक रोज़ हिमाचल किसान सभा की क्षेत्रीय कमेटी वाकनाघाट, सब्जी मंडी वाकनाघाट पर विरोध प्रदर्शन आयोजित कर रही है, लेकिन चुनावी दौर में किसानों के शुभचिंतक बनने वाले विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की तरफ से एक बार भी किसानों के समर्थन में कोई कदम या बयान बाजी तक नहीं की गई है। इस अवसर पर किसान सभा क्षेत्रीय कमेटी अध्यक्ष पदम कंवर, सचिव अशोक, जिला सचिव प्यारे लाल वर्मा सहित बालकृष्ण, अमीचन्द, तेजराम, बनीता, संगीता व क्षेत्रीय कमेटी के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।