हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र झाड़माजरी के शिवालिक नगर में एक दुखद घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। यहां किराये के मकान में रह रहे दो चचेरे भाइयों,18 वर्षीय गिरीश कुमार और 21वर्षीय अरविंद की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। दोनों उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के नंद गांव के रहने वाले थे और झाड़माजरी में एक निजी कंपनी में काम करते थे। इस घटना ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है।
परिजनों के अनुसार, दोनों भाई अपनी ड्यूटी से लौटने के बाद चारपाई पर आराम कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने एक एनर्जी ड्रिंक पी और नमकीन खाया। कुछ देर बाद उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। गिरीश के बड़े भाई लालटा ने बताया कि दोनों के शरीर का तापमान असामान्य रूप से बढ़ गया था और वे अत्यधिक पसीना बहा रहे थे। परिजनों ने तुरंत उनके माथे पर ठंडे पानी की पट्टियां लगाईं, लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। जल्द ही दोनों बेहोश हो गए, जिसके बाद उन्हें तत्काल बद्दी अस्पताल ले जाया गया।
बद्दी अस्पताल में चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों ने प्रारंभिक जांच के आधार पर बताया कि चारपाई के पास एक एनर्जी ड्रिंक की बोतल और नमकीन का पैकेट पड़ा था। परिजनों ने अनुमान लगाया कि इनके सेवन से ही उनकी तबीयत बिगड़ी होगी। हालांकि, बद्दी अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (एसएमओ) डॉ. एमएस चौहान ने इस अनुमान को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि केवल एनर्जी ड्रिंक और नमकीन खाने से किसी की मौत होने की संभावना नहीं है। डॉ. चौहान ने बताया कि दोनों भाइयों के शरीर नीले पड़ गए थे, जो किसी अन्य जहरीले पदार्थ के सेवन का संकेत हो सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मौत का सटीक कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार करना होगा।
पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अशोक वर्मा ने बताया कि पुलिस सभी पहलुओं पर गौर कर रही है। घटनास्थल से एनर्जी ड्रिंक की बोतल और नमकीन के पैकेट को कब्जे में लिया गया है, और इन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। इसके अलावा, पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि दोनों भाइयों ने ड्यूटी के बाद और क्या खाया या पिया हो सकता है। एएसपी वर्मा ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का खुलासा हो सकेगा।
स्थानीय लोगों और परिजनों ने मांग की है कि इस मामले की गहन जांच हो, ताकि ऐसी घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके। कुछ लोगों ने एनर्जी ड्रिंक और पैकेज्ड खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए हैं। फिलहाल, पुलिस और प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है, और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के नतीजों का इंतजार किया जा रहा है। यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि खाद्य पदार्थों के सेवन में सावधानी बरतना कितना जरूरी है।
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