कांग्रेस प्रत्याशी रोहित ठाकुर बोले, नावर का विकास कांग्रेस की देन
सेब बाग़वानी को जो मुक़ाम हासिल हुआ है वो हिमाचल निर्माता पूर्व मुख्यमंत्री यशवंत सिंह परमार,पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर रामलाल और पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र के निरन्तर प्रयासों से सम्भव हो पाया है। यह बात कांग्रेस प्रत्याशी रोहित ठाकुर ने नावर क्षेत्र के कड़ीवन, पुजारली-3 और समारा में जनसभाओं को सम्बोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि नावर क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह का भावनात्मक संबंध रहा है और यह क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों से बाग़वानी क्षेत्र संकट के दौर से गुज़र रहा है। पूर्व कांग्रेस सरकार के अथक प्रयासों से बाग़वानी क्षेत्र के विकास के लिए विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित 1134 करोड़ के बागवानी प्रोजेक्ट की सौगात हिमाचल प्रदेश को मिली, जिसका शुभारंभ 21 जून, 2016 को किया गया।
पराला मंडी में फ्रूट प्रोसेसिंग प्लांट के लिए 91.20 करोड़ बाग़वानी विकास प्रोजेक्ट के तहत ख़र्च किए जा रहे हैं। इसी प्रकार बाग़वानी विकास प्रोजेक्ट के तहत हिमाचल में एचपीएमसी के 6 सीए स्टोर, सेब ग्रेडिंग, पैकेजिंग केंद्र बाग़वानी प्रोजेक्ट के तहत स्तरोन्नत हो रहे है जिसमें गुम्मा के सीए स्टोर व पैकिंग केंद्र को स्तरोन्नत करने लिए 16.48 करोड़, रोहड़ू के सीए स्टोर के लिए 25.48 करोड़, टिक्कर में टुटूपानी में सेब ग्रेडिंग व पैकेजिंग केंद्र के निर्माण के लिए 6.69 करोड़ तथा प्रदेश में 4 नए सीए स्टोर इसी प्रोजेक्ट के तहत बन रहे हैं।
पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में स्वीकृत बाग़वानी क्षेत्र की अतिमहत्वकांक्षी 1134 करोड़ के बाग़वानी विकास प्रोजेक्ट को सत्ता परिवर्तन के बाद बागवानी मंत्री 4-5 विधानसभा क्षेत्र की योजना बताकर क्षेत्रवाद की राजनीति को हवा देते रहें और अब इस योजना के लाभकारी परिणाम सामने आ रहें हैं तो पूर्व में विरोध करने वाली भाजपा में श्रेय की होड़ मची हुई हैं। एक ओर जहां कांग्रेस सरकार ने बाग़वानी विकास के लिए विश्व बैंक से 134 करोड़ का बाग़वानी विकास प्रोजेक्ट स्वीकृत करवाया वहीं, सेब बाहुलिय क्षेत्र की मांग को देखते हुए पूर्व कांग्रेस सरकार ने तीन सीए स्टोर खड़ापत्थर, बाघी और अणु के लिए स्वीकृत करवाएं थे।