कांग्रेस की कथनी और करनी में फरक, केंद्र की सहायता पर बोल रहे झूठ : कश्यप

Spread the love

अपनी ही नोटिफिकेशन को नही पड़ते कांग्रेस नेता

पीएम मोदी ने हिमाचल को दो बड़ी सौगातें, मानने का दम रखे कांग्रेस

शिमला : भाजपा सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने रिज मैदान में मीडिया से बात चीत करते हुए कहा की
केंद्र सरकार ने पिछले 9 वर्षों में हिमाचल प्रदेश को बहुत कुछ दिया है जो कि कांग्रेस नेताओं को दिखता नहीं है, जैसे एम्स, मेडिकल डिवाइस पार्क, एनएच, पीजीआई सेंटर ऊना, बल्क ड्रग पार्क और हाइड्रो कॉलेज। इन सब बातों को तो कांग्रेस पार्टी याद नहीं करती और केवल मात्र भाजपा को कोसने का कार्य करती है।

उन्होंने कहा कि आपदा के समय केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश को 2000 करोड़ से अधिक की आर्थिक सहायता भेजी है प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत 2700 करोड रुपए की राशि हिमाचल प्रदेश के लिए स्वीकृत की गई जिसमें से 800 करोड रुपए हिमाचल प्रदेश के खाते में आ गए हैं। कांग्रेस नेताओं को याद रखना चाहिए कि पैसा सीधा खातों में आता है ना कि किसी के माध्यम से।

हिमाचल प्रदेश को आपदा की संकट के दौरान हुई क्षति के चलते 11000 घर केंद्र सरकार ने स्वीकृत करवाए है जिसके पैसे भी हिमाचल सरकार को आ चुके हैं।
हिमाचल सरकार की एक चिट्ठी हमारे सामने आई है और वह एक नोटिफिकेशन है जिसमें उनकी सरकार ने ही कहा है कि जो आर्थिक पैकेज मुख्यमंत्री द्वारा दिया जाएगा उसमें सर्वप्रथम केंद्र से दी गई राशि का उपयोग किया जाएगा अब हमें यह नहीं समझ आ रहा है कि खुद ही अपनी चिट्ठी को पढ़कर यह कांग्रेस नेता भूल जाते हैं

उन्होंने कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति चरमराती हुई दिखाई दे रही है। आयुष्मान भारत जो कि केंद्र की एक बड़ी योजना है उससे पूरे देश में स्वास्थ्य लाभ लोगों को मिल रहा है पर दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि हिमाचल में हम केयर योजना के अंतर्गत 200 करोड रुपए की राशि को रोक दिया गया है। भाजपा द्वारा चलाई गई सभी जन कल्याणकारी योजनाओं को बाधित करने का प्रयास यह कांग्रेस सरकार कर रही है।

उनके साथ मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा, सुनील धर, गौरव कश्यप, तरुण राणा, जिया लाल उपस्थित रहे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक