कलाकारों ने युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में किया जागरूक

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सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के सौजन्य से सांस्कृतिक दलों के कलाकारों द्वारा ग्राम पंचायत कोट, ग्राम पंचायत गड़खल, ग्राम पंचायत रतवाड़ी व मित्तियां में गीत संगीत तथा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को प्रदेश सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों एवं योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
सप्तक कला मंच के कलाकारों द्वारा कसौली विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पचंायत कोट व ग्राम पंचायत गड़खल में लोगों को मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के बारे में अवगत करवाया गया। उन्होंने बताया कि योजना के तहत राज्य सरकार ने लगभग 04 हजार बेसहारा बच्चों को सम्बल प्रदान करने के उद्देश्य से ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ के रूप में अपनाया है। अनाथ बच्चों की सहायता के लिए कानून के तहत योजना बनाने वाले हिमाचल देश का पहला राज्य बना है।
कलाकारों ने लोगों को योजना की विस्तृत जानकारी प्रदान की और आग्रह किया कि मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना की जानकारी पात्र बेसहारा बच्चों तक पहुंचाने में योगदान दें।
इसी प्रकार पर्वतीय कला मंच के कलाकारों द्वारा नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत रतवाड़ी व ग्राम पंचायत मित्तियां में लोगों को बताया कि सरकार द्वारा 680 करोड़ रुपए की महत्वकांक्षी राजीव गांधी स्वरोज़गार स्टार्ट-अप योजना आरम्भ की गई है। योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ स्वरोज़गार के अधिक से अधिक अवसर सृजित करना है। योजना के तहत युवाओं को ई-टैक्सी की खरीद पर 50 प्रतिशत अनुदान प्रदान करने का प्रावधान है।
कलाकारों ने उपस्थित युवाओं को नशे से दुष्प्रभावों के बारे में भी जागरूक किया। उन्होंने गीत-संगीत के माध्यम से युवाओं को नशे से दूर रहने और राज्य सरकार की स्वरोज़गारन्मुखी योजनाओं का लाभ लेने का आग्रह किया।
इस अवसर पर ग्राम पंचायत मित्तियां के प्रधान गुरूदास, ग्राम पचंायत कोट के प्रधान राजा राम, ग्राम पचंायत रतवाड़ी की प्रधान सीता देवी, ग्राम पचंायत कोट के उप प्रधान रोशन लाल, गड़खल पंचायत के सचिव पवन कुमार, वार्ड सदस्य अमीता, भारती, तनुज कुमार, दीवान चन्द, पूजा, तमन्ना, सुनीता देवी, कोट पंचायत के सचिव केश्वानन्द शर्मा, वार्ड सदस्य अमर लाल, रीना, प्रदीप कुमार, गीता देवी, इन्द्रा देवी सहित ग्रामीण उपस्थित थे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक