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ओछघाट पंचायत में जंगलों की आग की रोकथाम में की लोगों से सहयोग की अपील

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गर्मियों का मौसम शुरू होते ही जिला सोलन के जंगलों में आग लगने के मामले सामने आने शुरू हो गए हैं। हालांकि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार अभी तक कम मामले सामने आए हैं लेकिन वन विभाग ने सतर्कता बरतना शुरू कर दिया है। वन विभाग की टीम ने आज जिला सोलन की ओछघाट पंचायत में जंगलों की आग की रोकथाम में लोगों से सहयोग की अपील के साथ-साथ जंगलों में आग न लगाने का आग्रह किया है।

वन खंड अधिकारी ओछघाट पूजा राठौर ने कहा कि जिला में अभी बारिश अच्छी हो रही है इसलिए जंगलों की आग के मामले कम आ रहे हैं। अब तक हमारे ब्लॉक में कोई आगजनी का मामला सामने नहीं आया है , लेकिन वनों में आग की घटनाएं बढ़ सकती हैं। 15 जून तक वनों में आग की घटनाएं सामने आती हैं। ऐसे में लोगों को वनों में लगने वाली आग के प्रति जागरूक करने का हमारी टीम निरंतर कर रही है।

पंचायत स्तर पर जाकर हमारी टीम लोगों को जागरूक कर रही है और उन्हें बता रही है कि जंगलों में आग नहीं लगानी चाहिए। इससे वनों को नुकसान के साथ छोटे छोटे जीव जंतु को नुकसान होता है। वन विभाग लोगों को जागरूक करने का काम कर रहा है ताकि वनों को बचाया जा सके। पिछले साल आगजनी के तीन मामले हमारे संज्ञान में आए थे ,जिसमें छोटे जानवरों के साथ वन संपदा को भी खासा नुकसान पहुंचा था । इस साल अभी तक आगजनी का कोई मामला सामने नहीं आया है और हमारी टीम भी निरंतर ग्रामीण स्तर पर जाकर जागरूकता फैला रही है।

ओचघाट पंचायत की प्रधान पूनम का कहना है कि हमारी पंचायत में आज ग्राम सभा के साथ ही वन विभाग की टीम ने पूरे पंचायत वासियों को जंगलों में बढ़ते आगजनी के मामलों के प्रति जागरूक किया । पिछले साल भी हमारी पंचायत में लगातार आगजनी के मामले सामने आए थे भविष्य में ऐसा नहीं हो उसके प्रति पंचायत प्रतिनिधियों के साथ साथ वन विभाग की टीम ओर ग्रामीण सभी जागरूक हो चुके है ।

 

प्रधान पूनम का कहना है कि आज ग्राम सभा की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि अगर हमारी पंचायत में कोई नशे का व्यापार करता है तो उसे पंचायत की ओर से मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं से वंचित कर दिया जाएगा,नशे के बढ़ते प्रचलन को सभी के सहयोग से ही खत्म किया जा सकता है। इसके साथ ही ओचघाट बाजार के कुछ गिने चुने व्यापारी स्वच्छता शुल्क देने से मुकर रहे है अगर वह यह शुल्क भविष्य में नहीं देते है तो उन्हें भी पंचायत की के से कोई सुविधा नहीं मिलेगी।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक