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ऑनलाइन टास्क के नाम पर 11 लाख की ठगी, रोहड़ू का युवक ठगों का शिकार

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ठगों ने ऑनलाइन कमाई का झांसा देकर शिमला जिला के रोहड़ू के एक युवक से करीब 11 लाख रुपए की ठगी कर डाली। शुरुआत में छोटे-छोटे टास्क करवा कर ठगों ने युवक का विश्वास जीता और फिर ‘इकोनॉमी टास्क’ के नाम पर बड़ी रकम ऐंठ ली। रोहड़ू पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।रोहड़ू निवासी ब्रजमोहन शर्मा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसे एक अनजान व्हाट्सएप नंबर से ऑनलाइन टास्क के जरिये रोजाना 3000 से 4000 रुपए कमाई का लालच दिया गया। शुरुआत में उसने जब दिलचस्पी दिखाई तो उसे एक टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा गया जहां ‘Task Group’ नाम से रोजाना रेटिंग जैसे 25 टास्क दिए जाने लगे। इन कार्यों के बदले में उसे प्रति टास्क 50 से 200 रुपए तक मिलते रहे।

भरोसा बना, फिर जाल में उलझाया
कुछ दिनों तक नियमित भुगतान कर युवक का भरोसा जीतने के बाद ठगों ने अगला कदम उठाया। ब्रजमोहन को ग्रुप में चेतावनी दी गई कि यदि वह ‘इकोनॉमी टास्क’ नहीं करेगा तो उसकी कमीशन राशि रोक दी जाएगी। दबाव में आकर ब्रजमोहन ने पहला इकोनॉमी टास्क किया और इसके लिए 2000 रुपए जमा किए। बदले में उसे 2800 रुपए  वापस मिले, जिससे उसका विश्वास और भी पुख्ता हो गया।

 

22 अप्रैल को हुआ बड़ा खेल
इसके बाद 22 अप्रैल को ब्रजमोहन को एक नया इकोनॉमी टास्क दिया गया जो कई चरणों में था। हर चरण के लिए अलग-अलग बार में ऑनलाइन भुगतान करना पड़ा। इस तरह ब्रजमोहन ने कुल मिलाकर करीब 11 लाख रुपए की राशि ठगों को ऑनलाइन ट्रांसफर कर दी, लेकिन इस बार उसे न कोई रिटर्न मिला और न ही ग्रुप के किसी सदस्य से संपर्क हो पाया। जब उसने टेलीग्राम ग्रुप और व्हाट्सएप नंबर पर संपर्क साधने की कोशिश की तो दोनों बंद पाए गए। ठगी का एहसास होते ही ब्रजमोहन ने पुलिस थाना रोहड़ू में शिकायत दर्ज करवाई।

पुलिस ने शुरू की जांच, आम लोगों को किया आगाह
रोहड़ू थाना पुलिस ने इस मामले में अज्ञात ठगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 318(4) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और साइबर क्राइम की मदद भी ली जा सकती है।

पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे इस प्रकार के लालच भरे ऑनलाइन ऑफर्स के झांसे में न आएं। किसी अज्ञात लिंक पर क्लिक करने या किसी भी संदिग्ध ग्रुप में शामिल होने से पहले उसकी पुष्टि करें। साथ ही कोई भी वित्तीय लेनदेन करने से पहले सावधानी बरतें और किसी भी संदेहजनक गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना दें।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक