एसी होंगी परिवहन निगम की नई डीलक्स बसें, प्रति सीट 50 रुपये तक किराया बढ़ाने की तैयारी

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एचआरटीसी की नई बस।

हिमाचल पथ परिवहन निगम(एचआरटीसी)के बेड़े में शामिल होने वाली नई डीलक्स (हिमधारा) बसें एसी सुविधा से युक्त होंगी। इनमें प्रति सीट 50 रुपये तक अतिरिक्त किराया वसूला जाएगा। एचआरटीसी इसका खाका बना रहा है। इन 50 नई डीलक्स बसें हिमाचल पहुंचने के बाद सरकार को किराया बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा जाएगा। इसमें सरकार अंतिम निर्णय लेगी। निगम डीलक्स बसों में लंबे रूट पर सफर करने वाले मुसाफिरों से बस में एसी चलने का प्रति सीट 50 रुपये चार्ज वसूलेगा।

हालांकि, पुरानी डीलक्स बसों में किराया बढ़ाने का प्लान अब तक नहीं है। एचआरटीसी प्रबंधन के अनुसार दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ जैसे शहरों में गर्मी बढ़ने के कारण एसी चलाना जरूरी होता है। बसों में एसी डीजल से चलता है। इससे डीजल सामान्य के मुकाबले ज्यादा लगता है। एचआरटीसी अधिकांश डीलक्स बसें लंबे रूट पर । डीलक्स बसों में हर सीट पर मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट, बैक पुश सीटें, पांव रखने के लिए स्पेस फुट रेस्ट की सुविधा होगी। पानी की बोतल रखने के लिए अलग से जगह बनाई गई है। शक्तिशाली इंजन वाली ये बसें अशोका ले लैंड कंपनी की हैं। बसों में सफर को सुविधाजनक बनाने के लिए वोल्वो की तरह आरामदायक सीटें लगाई हैं। सभी आधुनिक सुविधाओं से भी लेस हैं।

वर्तमान में प्रदेश में करीब दो 200 जीरो वैल्यू बसें हैं। नई साधारण और डीलक्स बसें पहुंचने के बाद कई बसें हटाई जाएंगी। सूबे को कुल 250 बसें मिलनी हैं। इनमें 11 बसें नालागढ़ पहुंच गई हैं। यहां इनकी तकनीकी जांच की जा रही है। उधर, एचआरटीसी कुल्लू के क्षेत्रीय प्रबंधक डीके नारंग ने बताया कि एसी डीलक्स बसों में 50 रुपये अतिरिक्त लेने की तैयारी है। इस पर विचार चल रहा है। सरकार को प्रस्ताव सौंपा जाएगा। 

यह है किराया लेने का प्रावधान
बस                  मैदानी क्षेत्र      पहाड़ी क्षेत्र किमी
(किमी में पैसे)    ( किमी में पैसे)                    

साधारण              01.40                02.19
डीलक्स              01.71                 02.71
एसी वोल्वो           03.42                 04.52

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक