एक साथ हुआ एक परिवार के 8 सदस्यों का अंतिम संस्कार

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पंजाब के होशियारपुर जिला के तहत जेजों खड्ड में फ्लैश फ्लड की चपेट में आने के चलते मौत की नींद सोए एक ही परिवार से संबंधित आठ लोगों को मंगलवार को श्मशान भूमि ले जाकर पंचतत्व में विलीन किया गया। इस दौरान मृतकों में देहलां निवासी सुरजीत कुमार, उनकी धर्मपत्नी परमजीत कौर, बेटा गगन, इसी हादसे में लापता चल रहे उनके भाई स्वरूप चंद की पत्नी बलविंदर कौर, बेटा नितिन, जबकि भटोली के रहने वाले अंकिता, भावना और उनके छोटे भाई हरमीत का अंतिम संस्कार किया गया। देहलां में रहने वाली दो बहनों सहित उनके परिवार की करीब पांच अर्थियां एक साथ शमशान भूमि पहुंचाई गई। दोनों के बेटों ने अपने-अपने परिजनों को मुखाग्नि दी। दूसरी तरफ भटोली के रहने वाले तीन सगे भाई बहनों को अंतिम विदाई के लिए एक साथ चिता बनाई गई, जिन्हें उनके पिता ने बेहद गमगीन माहौल के बीच पंचतत्व में सुपुर्द किया। इससे पूर्व बेहद गमगीन माहौल के बीच सभी मृतकों की अर्थियों को घरों से निकाला गया। तीन बहने परमजीत कौर, बलविंदर कौर और सुरेंद्र कौर अपने परिवारों के साथ शादी समारोह में भाग लेने के लिए गाड़ी में सवार होकर पंजाब के माहिलपुर जा रही थी।

इसी दौरान रास्ते में फ्लैश फ्लड की चपेट में आने से उनकी गाड़ी जलधारा के साथ बह गई। हादसे के दौरान केवल परमजीत के बेटे दीपक को ही बचाया जा सका। जबकि 9 लोगों के शव बरामद करने के बाद अभी भी सुरेंद्र कौर और पलविंदर कौर का पति स्वरूप चंद लापता बताए गए हैं। अंतिम यात्रा में सैंकड़ो लोग शामिल हुए।

इस मौके पर स्थानीय विधायक सतपाल सिंह सत्ती और पूर्व विधायक सतपाल सिंह रायजादा भी विशेष रूप से अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे। पूर्व विधायक सतपाल सिंह रायजादा ने कहा कि वह दो दिन तक इन पीड़ित परिवारों के साथ रहे हैं यहां तक की होशियारपुर में पोस्टमार्टम करवाने से लेकर यहां शवों को सुरक्षित रखने का काम भी खुद निपटाया है। उन्होंने कहा कि केवल मात्र पीड़ित परिवारों के लिए ही नहीं बल्कि हम सबके लिए बेहद दुख की घड़ी में खड़े है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इन परिवारों के साथ चट्टान की तरह खड़ी है। इन्हें हर संभव सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी।

     दूसरी तरफ स्थानीय विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि इन पीड़ित परिवारों का दुख असहनीय दुख है। इस हादसे में तीन परिवार तो ऐसे हैं जिनका अब मात्र एक-एक सदस्य ही बचा है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों के साथ पूरा समाज खड़ा है सरकार खड़ी है और वह हर तरह से इस पीड़ित परिवार की मदद के लिए सदैव उपलब्ध रहेंगे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक