एक बैंच पर एक ही छात्र बैठेगा, आने जाने का समय भी रहेगा अलग

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कोरोना महामारी के खतरे के बीच सोमवार से दसवीं से 12वीं कक्षा तक के स्कूल नियमित कक्षाओं के लिए खुल रहे हैं। शिक्षा विभाग के निर्देशों के बाद शिमला शहर के सभी स्कूलों ने इसके लिए माइक्रो प्लान तैयार किया है। सुबह साढ़े नौ बजे से ही बच्चों का स्कूल में पहुंचना शुरू हो जाएगा।

कोरोना महामारी के खतरे के बीच स्कूल नियमित कक्षाओं के लिए खुल रहे हैं।

तीनों कक्षाओं के बच्चे एक साथ स्कूल गेट से प्रवेश नहीं करेंगे। हर कक्षा के लिए समय अलग अलग निर्धारित किया गया है। बच्चों को वॉटसएप के जरिए स्कूल आने का समय और कक्षाओं का टाइम टेबल भेजा गया है। जिन स्कूलों में नए सेक्शन बनाए गए हैं उनकी कक्षा किस कमरे में लगी है इसकी जानकारी भी वॉटसएप के जरिए बच्चों को भेज दी गई है।

स्कूल में बिना मास्क न तो छात्र आ सकेंगे न ही शिक्षक और न ही गैर शिक्षक। गेट पर ही थर्मल स्कैनिंग होगी। इसके लिए स्टाफ की तरफ से ड्यूटी लगा दी गई है। यदि किसी को सर्दी जुकाम के लक्षण हैं तो उसका रिकार्ड रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा। कुछ देर आराम करने के बाद उन्हें घर भेजकर आराम करने की सलाह दी जाएगी। कोविड के बीच सुबह की प्रार्थना सभा पर पूर्ण रोक रहेगी।

राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लक्कड़ बाजार शिमला के प्रधानाचार्य भूपेंद्र सिंह ने बताया कि कक्षाओं के लिए समय सारणी और विद्यालय का माइक्रो प्लान तैयार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक कक्षा के बच्चों का आने जाने का समय अलग अलग कर दिया है। लंच ब्रेक हर कक्षा की अलग अलग होगी। उन्होंने कहा कि शनिवार को स्कूल कैंपस को सैनेटाइज किया गया है। रोजाना हर क्लासरूम को सैनेटाइज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्कूल में तीन स्थानों पर हैंड सैनिटाइज मशीनें और हाथ धोने की अलग से व्यवस्था की गई है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक