वहीं सूचना मिलते ही सदर थाना प्रभारी सर्वजीत सिंह पुलिस टीम के साथ कालेज के बार पहुंचे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छात्रों को शांत कराने के लिए काफी प्रयास किए। काफी समय तक कालेज परिसर में एसएचओ को खुद मोर्चा संभालना पड़ा, ताकि छात्रों का मामला आगे न बढ़े। इसलिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया। हालांकि छात्र पुलिस टीम के सामने भी आपस में गाली-गलौज करते रहे। लेकिन जब बाद में पुलिस ने सख्ती की तो मामला शांत हुआ।

वहीं एनएसयूआई छात्र संगठन के अनमोल ने कहा कि विद्यार्थी परिषद की तरफ से माहौल खराब किया जा रहा है। छात्र राजनीति छात्रों के हित के लिए की जाती है। छात्रों ने कहा कालेज के प्राचार्य समेत प्रवक्ता तक यह कहते है कि उनकी कोई नहीं सुनता, अपने-आप मामले को सुलझाओ। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस प्रशासन की तरफ से उचित कार्रवाई नहीं की जाती तो एनएसएयूआई उग्र आंदोलन करेगी और कालेज के बाहर धरना प्रर्दशन करेगी। जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

वहीं विद्यार्थी परिषद के विनोद ठाकुर का कहना है कि एनएसयूआई के छात्रों ने बैज उतारने के साथ ही डंडे से मेरे पर प्रहार किया। कपड़े तक फाड़ दिए। इस छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने कई बाहरी युवकों को भी बुलाया हुआ था। अब पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराई गई है।

वहीं, कालेज प्राचार्य डाक्‍टर त्रिलोक चंद ने कहा कालेज कक्षाओं समेत विभिन्न जगहों पर 65 से अधिक कैमरे लगाए गए हैं। कुछ कैमरों में तकनीकी रूप से खराबी आई है, जिन्हें जल्द ठीक करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कोविड के कारण कालेज बंद रहे हैं। लेकिन 26 से प्रवेश प्रक्रिया शुरू हुई है। बावजूद इसके छात्रों को अपील  है कि वह अपना दाखिला आनलाइन करें, क्योंकि अभी छात्रों को कैंपस में आने से इंकार ही किया है।