ऊना कालेज में दो छात्र संगठनों के कार्यकर्ताओं में जमकर चले लात और घूंसे, भारी पुलिस बल तैनात
राजकीय डिग्री कालेज ऊना में दो छात्र संगठनों में किसी मामूली बात को लेकर कहासुनी हो गई। उसके बाद यह मारपीट में बदल गई। इसमें छात्रों के कपड़े तक भी फट गए। बाद में छात्र आपस में भिड़ते हुए कालेज के बाहर पहुंच गए। यहां पर दोनों तरफ के छात्रों में बुरी तरह से झगड़ा हुआ। इस झड़प में कुछ छात्रों को मामूली चोटें भी आई हैं। अभी ऊना कालेज के बाहर हुए दो गुटों में हुए तलवार कांड का मामला पूरी सुलझा नहीं है। वहीं कालेज के छात्रों की मारपीट होना बेहद चिंताजनक विषय है।

अहम विषय है कि जिस समय कालेज परिसर में छात्र संगठन आपस में भिड़ रहे थे। तो इन्हें छुड़ाने के लिए कोई आगे नहीं आया। वहीं कालेज प्रशासन की छात्रों के प्रति संजीदगी देखिए कि कालेज परिसर के सीसीटीटी कैमरे बंद पड़े हुए हैं, जबकि कालेज में सारी व्यवस्था को मजबूत करने के बाद ही कालेज को खोलना चाहिए था। ऊना कालेज में छात्रों में मारपीट व खूनी वारदात होना नई बात नहीं है।

वहीं सूचना मिलते ही सदर थाना प्रभारी सर्वजीत सिंह पुलिस टीम के साथ कालेज के बार पहुंचे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छात्रों को शांत कराने के लिए काफी प्रयास किए। काफी समय तक कालेज परिसर में एसएचओ को खुद मोर्चा संभालना पड़ा, ताकि छात्रों का मामला आगे न बढ़े। इसलिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया। हालांकि छात्र पुलिस टीम के सामने भी आपस में गाली-गलौज करते रहे। लेकिन जब बाद में पुलिस ने सख्ती की तो मामला शांत हुआ।
वहीं एनएसयूआई छात्र संगठन के अनमोल ने कहा कि विद्यार्थी परिषद की तरफ से माहौल खराब किया जा रहा है। छात्र राजनीति छात्रों के हित के लिए की जाती है। छात्रों ने कहा कालेज के प्राचार्य समेत प्रवक्ता तक यह कहते है कि उनकी कोई नहीं सुनता, अपने-आप मामले को सुलझाओ। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस प्रशासन की तरफ से उचित कार्रवाई नहीं की जाती तो एनएसएयूआई उग्र आंदोलन करेगी और कालेज के बाहर धरना प्रर्दशन करेगी। जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
वहीं विद्यार्थी परिषद के विनोद ठाकुर का कहना है कि एनएसयूआई के छात्रों ने बैज उतारने के साथ ही डंडे से मेरे पर प्रहार किया। कपड़े तक फाड़ दिए। इस छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने कई बाहरी युवकों को भी बुलाया हुआ था। अब पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराई गई है।

