उल्लास एवं वेदना से परिपूर्ण विदाई समारोह
पाइनग्रोव स्कूल,धर्मपुर के भव्य परिसर में अपने जीवन के हसीन पलों को भरपूर जीने के पश्चात कक्षा बारहवीं के छात्र/छात्राएं विदाई समारोह मे भाव विभोर हो उठे| समारोह से पूर्व एक सामूहिक फोटोग्राफ हेतु बारहवीं के सभी विद्यार्थी उनके आदरणीय अध्यापकों सहित उपस्थित हुए| विदाई समारोह के निर्धारित परिधान में सभी विद्यार्थियों की शोभा देखते ही बन रही थी| सामूहिक फोटोग्राफ के पश्चात सभी विद्यार्थियों का हैड ब्याय आर्यन बक्शी और हैड गर्ल अनन्या के अभिभाषण के साथ सभागार “दकलोज़ियम” में भव्य स्वागत किया गया| कार्यक्रम के दौरान कक्षा बारहवीं के सभी विद्यार्थियों को उनके व्यवहार के अनुकूल व्यंग्यों की उद्घोषणा सहित बारी –बारी से मंच पर सादर आमंत्रित किया गया| “दकलोज़ियम” की साइड स्क्रीन पर प्रत्येक विद्यार्थी की “तब और अब” की तस्वीर दिखाई गई जो अपने आप में इस विद्यालय में गुज़ारे एक लम्बे सफर को बयाँ करती थी|
इसके पश्चात पीपीटी के माध्यम से उनके बचपन की, हॉस्टल, क्रीड़ांगन, मंच एवं अन्य स्थानों में बिताये समय की, खट्टी–मिट्ठी यादों की परदे पर झलक दिखलाई गई| वर्तमान कक्षा बारहवीं केविद्यार्थियों द्वारा शानदार गायन एवं नृत्य प्रस्तुतियां भी दिखाई| उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ स्कूल की ओर से प्रत्येक विद्यार्थी को स्मृतिचिह्न भेंट किए गए| विदाई समारोह में न केवल विद्यार्थीबल्कि अध्यापकगण भी इस अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए स्कूल में बिताए वर्षों को याद करते हुए भावुक हुए| विदा होने वाले छात्रों में पिछले सत्र के हैड बॉय आरव सेन मेहता और हैड गर्ल मिष्ठी ब्रूर ने अपने सम्बोधनों में विद्यालय के अथक प्रयासों के लिए को सभी की ओर से धन्यवाद दिया|इस अवसर पर पाइनग्रोव स्कूल के निर्देशक कैप्टन एजे सिंह, अध्यक्ष प्रबंधक समीक्षा सिंह, पाइनग्रोव स्कूल के प्रधानाचार्य संजय चौहान, हैड एलिमेंटरी डॉक्टर किरण अत्री, हैड ऑफ़ कल्चरल अफेयर्स विशाल गौरी, हैड ऑफ़ स्पोर्ट्स सुरेंद्र मेहता, हैड ऑफ़ पेस्टोरल केयर सुनील वर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे| प्रेरणात्मक पीपीटी के माध्यम से उपस्थित श्रोताओं को सन्देश देते हुए पाइनग्रोव स्कूल के निर्देशक कैप्टन एजे सिंह ने विद्यार्थियों को जीवन में प्राथमिकताओं के सकारात्मक चयन हेतु बल दिया एवं जीवन में धन से अधिक नैतिक मूल्यों के महत्व को समझाया| सर्वविदित है कि पाइनग्रोव स्कूल के अधिकाँश विद्यार्थी बारहवीं पास करने के पश्चात विदेश ही जाते है अतःकैप्टन सिंह ने अपने अभिभाषण में “विदेश जा कर भी भारतीय रहना व भारत के विकास की सोच रखना ” इस बात पर बार–बार एवं विशेष रूप से उपदेश दिया।