उपमंडलीय प्रशासन क्वॉरेंटाइन केंद्रों की नियमित मॉनिटरिंग करे सुनिश्चित- विधानसभा उपाध्यक्ष
उप मंडलीय प्रशासन अपने क्वॉरेंटाइन केंद्रों की नियमित मॉनिटरिंग करे ताकि ना केवल इन केंद्रों में रहने वालों को खाने- पीने की बेहतर सुविधाएं मिलती रहें बल्कि क्वॉरेंटाइन अवधि के दौरान बरती जाने वाली सभी एहतियातों और मेडिकल प्रोटोकॉल को भी हर हाल में सुनिश्चित किया जा सके। विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने आज शिमला से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चुराह उपमंडल के एसडीएम के अलावा अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ कोविड-19 के अलावा चुराह में चल रहे विभिन्न विकासात्मक कार्यों की समीक्षा में यह बात कही। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण बचाव को लेकर सरकार और प्रशासन द्वारा जारी सभी निर्देशों की अनुपालना करने से ना केवल हम कोरोना वायरस से अपने आप को बचा पाएंगे बल्कि अपने परिवार और समाज को भी सुरक्षित रख पाने में सक्षम होंगे। उन्होंने होम क्वॉरेंटाइन लोगों से भी कहा कि वे नियमों का पालन करना इसलिए आवश्यक समझें कि ये केवल उनका सुरक्षा कवच नहीं बल्कि उनके परिवार के स्वास्थ्य से जुड़ा गम्भीर सवाल भी है।
विधानसभा उपाध्यक्ष ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के इस मौजूदा समय के दौरान सोशल मीडिया पर भ्रामक और बेबुनियाद सूचनाएं पोस्ट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए। हंसराज ने कहा कि इस समय चुराह उपमंडल में 193 व्यक्ति होम क्वॉरेंटाइन में रह रहे हैं। जबकि 67 लोगों को संस्थागत क्वॉरेंटाइन किया गया है। इसके अलावा कोरोना वायरस की टेस्टिंग के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तक कुल 326 सैंपल लिए जा चुके हैं और यह क्रम जारी है। उन्होंने कहा कि चुराह उपमंडल में छह पॉजिटिव मामले आए हैं। इनमें से चार पूरी तरह से रिकवर होकर वापस आ चुके हैं जबकि दो का इलाज कोविड केयर सेंटर बालू में चल रहा है। विधानसभा उपाध्यक्ष ने कहा कि कोरोना वायरस की इस लड़ाई में हमारे फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स की बड़ी अहम भूमिका रही है और इनमें आशा वर्कर की भी महत्वपूर्ण भागीदारी सामने आई है। राज्य सरकार ने आशा वर्कर की अपनी ड्यूटी के प्रति प्रतिबद्धता को देखते हुए 1000 रुपए का अतिरिक्त मानदेय देने की घोषणा की है। यह मानदेय उन्हें मार्च से लेकर जून माह तक दिया जाएगा।