इस सरकार की स्थित ढाक के तीन पात जैसी, प्रदेश को पीछे ले जाने का काम किया है : त्रिलोक

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शिमला, भाजपा के कोर समिति के सदस्य और विधायक त्रिलोक जमवाल ने कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार हिमाचल प्रदेश के इतिहास की सबसे निकम्मी सरकार है 15 महीने में कुछ किया नहीं और अब जनता को गुमराह करने का कार्य कर रही है।

पिछले डेढ़ साल में इस सरकार की स्थित ढाक के तीन पात जैसी है, अर्थात जब से कांग्रेस सत्ता में आई हैं तब से ही सरकार ने कुछ किया ही नहीं है जैसी थी वैसी ही है प्रदेश की है हालात। अभी तो इस सरकार ने प्रदेश को पीछे ले जाने का कार्य किया है। 1 वर्ष में 14000 करोड़ का कर्ज कम नहीं होता, प्रति महीने 1500 करोड़ का कर्ज ले रही है यह कांग्रेस सरकार और यह पैसा जाता कहां है यह बड़ा सवाल है। कर्ज लेकर केवल मात्र अपनी विलासितापूर्ण जीवन पर इस सरकार ने पैसे खर्च है, यह ठीक नहीं है जनता के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा कि यह सरकार विकास, जनता, किसान, महिला, युवा विरोधी है इस सरकार ने हिमाचल प्रदेश के किसी भी वर्ग के लिए कोई काम किया ही नहीं है। अभी तो झूठ बोलकर सभी को ठगने का प्रयास किया है, जिसमें वह सफल भी हुए हैं क्योंकि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी का किया कोई भी वादा अभी तक पूरा नहीं हुआ है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की भाषा पर नियंत्रण है ही नहीं, हिमाचल प्रदेश में चुनावी माहौल बिगड़ने का पूर्ण प्रयास मुख्यमंत्री स्वयं कर रहे हैं। मंच से लोगों को उकसाने का आह्वान कर रहे हैं, यह गलत है। आज से पहले ऐसा कभी नहीं हुआ इससे पूर्व में कितने मुख्यमंत्री आए पर उनकी भाषा हमेशा नियंत्रित रही थी, सभी ऐसी चर्चा कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री अपने यौवन में है और इसी प्रकार से कम कर रहे हैं जैसे वह एनएसयूआई के एक प्रधान है।
हम मुख्यमंत्री के बयानों का पूर्ण रूप से खंडन करते हैं और उसे कायम रहेंगे। में चुनाव में ऐसा प्रतीत होता है कि मुख्यमंत्री को सबसे ज्यादा नोटिस जाएंगे और इसका भी एक नया रिकॉर्ड बनेगा।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक