आर्ट ऑफ लिविंग संस्था करवा रही कोरोना मरीजों को घर बैठे योग
कोरोना महामारी काल में जहां पूरी मानवता एक-दूसरे की सहायता करने में लगी है वहीं आर्ट ऑफ लिविंग संस्था द्वारा महामारी से ग्रसित लोगों को मानसिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए निःशुल्क ध्यान व योग करवाया जा रहा है। आयुष घर द्वार के तहत होने वाले इस कार्यक्रम में जिला सोलन में पिछले 5 दिन के भीतर 3000 कोरोना ग्रसित आर्ट ऑफ लिविग के इस कार्यक्रम से जुड़ गए हैं। जिला सोलन में 30 प्रशिक्षक यह प्रशिक्षण दे रहे हैं। जिला सोलन की प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर प्रितिका कमल ने बताया कि ध्यान सत्र छोटे, उत्कृष्ट व शक्तिशाली हैं और तनाव से तुरंत राहत दिलाने में कामयाब हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि श्वसन क्रियाओं के मरीजों को फायदे मिलने शुरू हो चुके हैं। ऑक्सीजन स्तर 90-91 से 93-94 तक पहुंच रहा है।
आइसोलेशन के मरीजों का मनोबल बढ़े और वे जल्द स्वास्थ्य लाभ लें, इस प्रकार की काउंसलिग भी कार्यक्रम के माध्यम से कर रहे हैं। अब तक 2000से ज्यादा कोरोना मरीजों की फोन के माध्यम से कॉउंसलिंग की जा चुकी है।
स्वास्थ्य एवम आयुर्वेद मंत्री डॉ राजीव सैजल भी इस ध्यान सत्र मे शामिल हुए और कोरोना मरीजों का मनोबल बढ़ाया।
आयुर्वेद मंत्री ने इस दौरान मरीजों के साथ बातचीत की। उन्होंने मरीजों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की और कहा कि आप जल्द बीमारी से बाहर आएं। उन्होंने कहा कि सरकार प्रत्येक व्यक्ति के साथ है जो कोविड-19 से प्रभावित है। उन्होंने आइसोलेशन में मरीजों से आग्रह किया कि वे स्वास्थ्य विभाग और आयुर्वेद विभाग के दवाईयों के प्रोटोकोल का पालन करें।
डॉ. सैजल ने आर्ट ऑफ लीविंग के जनक श्रीश्री रविशंकर को नमन करते हुए कहा कि वह देश दुनिया में योग जैसी प्राचीन भारतीय विधा का व्यापक प्रचार प्रसार कर रहे हैं। देश के लिये यह गौरव की बात है।
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