आपदा से जूझते हिमाचल का जायजा लेने कल आएंगे पीएम मोदी, धर्मशाला में करेंगे बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नौ सितंबर को आपदा से जूझ रहे हिमाचल का जायजा लेने आएंगे। मंगलवार को आपदा प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के साथ कांगड़ा में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू और अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी मौजूद रहेंगे। प्रदेश सरकार ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है। प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान पर प्रेजेंटेशन देने के साथ मुख्यमंत्री सुक्खू पीएम से राहत पैकेज और हिमाचल को आपदा प्रभावित राज्य घोषित करने की मांग करेंगे। सामान्य प्रशासन विभाग को प्रधानमंत्री कार्यालय से मोदी के दौरे का शेड्यूल मिल गया है। शेड्यूल के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी 11:15 बजे गगल एयरपोर्ट पर उतरेंगे।दोपहर 3:00 बजे वह नई दिल्ली के लिए रवाना होते वक्त आपदा प्रभावित चंबा, मंडी और कुल्लू जिले का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। प्रधानमंत्री पहली बार आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने आ रहे हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू केंद्र सरकार से लगातार विशेष राहत पैकेज देने की मांग उठा रहे हैं। सुक्खू सरकार ने राज्य में हुई तबाही को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का प्रस्ताव भी विधानसभा में पारित किया है। इसे केंद्र को भेजने के साथ प्रदेश सरकार ने अपने स्तर पर राहत पैकेज घोषित किया है। जिन लोगों के मकान पूरी तरह ध्वस्त हुए हैं, उन्हें 7.70 लाख रुपये देने का फैसला लिया है। उधर, मोदी के दौरे को लेकर हिमाचल में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया गया है। एनएसजी की टीम धर्मशाला पहुंच गई है। हिमाचल पुलिस ने भी मोर्चा संभाल लिया है।
आपदा राहत बजट जल्द जारी करने का करेंगे आग्रह: सुक्खू
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने का कार्यक्रम तय हो गया है। आपदा से जूझ रहे हिमाचल की स्थिति से प्रधानमंत्री को अवगत करवाया जाएगा। साल 2023 की आपदा के पश्चात आवश्यकता मूल्यांकन (पीडीएनए) का बजट केंद्र से दो साल बाद 2025 में प्रदेश को मिला है। वह भी उन योजनाओं के लिए मिला, जो बह गई हैं। केंद्र सरकार खुद आकलन करती है, लेकिन उस आकलन का 20 फीसदी बजट ही जारी किया गया है। राहत के लिए बजट जारी करने में देरी न हो, ऐसा प्रधानमंत्री से आग्रह किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में आपदा में उजड़े घरों को मुआवजा देने के लिए अलग से श्रेणी तय की जाएगी। वह खुद प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और प्रभावितों को हरसंभव मदद दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसून सीजन में हिमाचल में बादल फटने की 50 से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं। इसके लिए वैज्ञानिकों की टीम ने निरीक्षण किया है। कुल्लू, मनाली, बंजार, शिमला, किन्नौर में बागवानों का सेब मंडियों तक पहुंच जाएगा। मौसम साफ होते ही मार्ग की बाधाओं को दूर कर बागवानों को राहत पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। जीएसटी संशोधन के चलते हिमाचल प्रदेश को होने वाले नुकसान की भरपाई पर कहा कि प्रदेश सरकार इसको लेकर नई नीति तैयार कर रही है। इससे आम जनता को इसका फर्क नहीं पड़ेगा।