आज पुलिस उठा सकती है पुलिस भर्ती के नटवरलाल को
सोलन जिला का अर्की पुलिस भर्ती कांड का एक बड़ा केंद्र बनकर सामने आया है। मामले मे एक नटवरलाल की भूमिका पर पुलिस को जब शक हुआ और उसके तार पेपर खरीदने वालों से जुडते गए। आरोपी ने पेपर लीक के लिए पहले अर्की क्षेत्र के एक अभ्यर्थी से संपर्क किया। उसके बाद एक के बाद एक कई लोगों से उसका संपर्क हुआ और उनसे पैसे लेने शुरू कर दिये। एक व्यक्ति से करीब 3 लाख का लेनदेन हुआ है। पुलिस को जब इसकी जानकारी हुई तो उस व्यक्ति से पुलिस ने पूछताछ की। उसने जांच मे कहा कि उसे किसी का whattsapp message आया था लेकिन अब उसने उसे डिलीट कर दिया। पुलिस को शातिर पर शक हुआ और data रिकवर करने के लिए सोलन पुलिस ने न्यूयार्क डाटा सेंटर से मैसेज को एस्टेबलिश करवाया। इससे पहले कि वहां से कोई रिपोर्ट आती पानीपत के गिरफ्तार दलाल ने भी उस अभ्यर्थी को पहचान लिया।
अब इस मामले में सोलन पुलिस की नजर अर्की से संबंधित नटवरलाल पर है। नटवरलाल वैसे तो अर्की से है लेकिन अब शिमला में रहता है। परतदर परत खुलती जांच मे सामने आया है कि शातिर ने ही अर्की में पेपर खरीदने वाले आरोपियों से पैसा इकट्ठा किए। कुछ पैसे तो सीधे इसके अकाउंट में ही आए हैं। शातिर मामला उजागर होते ही अंडर ग्राउंड हो गया है। जांच में सामने आया कि अर्की क्षेत्र के पेपर खरीदने वालों से आरोपी ने पैसे लिए हैं। व्यक्ति का पानीपत और मंडी में पेपर दिखाने वालों से लिंक है।
उम्मीद है कि आरोपी वीरेंद्र को पुलिस आज गिरफ्तार कर सकती है। उसके बाद इससे कई राज और खुने की उम्मीद है। पुलिस अब केस को सीबीआई को देने के बाद अब बाइंड अप करने की तैयारी कर रही है और जल्द से जल्द सभी दस्तावेज़ तैयार कर उन्हे सौंपने की भी तैयारी कर रही है।
सोलन पुलिस ने अभी तक इस मामले में 31 अभ्यर्थियों से पूछताछ की है। इन सभी अभ्यर्थियों के नंबर 60 से ज्यादा थे। पूछताछ के बाद इसमें 12 अभ्यर्थियों को पैपर खरीदने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा पानीपत से एक व्यक्ति और अर्की से एक अभ्यर्थी के पिता को भी गिरफ्तार किया है।