आजादी का अमृत महोत्सव भारत सरकार की एक पहल जिसके अन्तर्गत उज्जवल भारत-उज्जवल भविष्य…….









उन्होंने कहा कि पिछले 8 वर्षों में इस क्षेत्र में विशेष उपलब्धियां दर्ज करते हुए वर्ष 2014 में उत्पादन क्षमता 248554 मेगावाट थी जो आज बढ़कर 4 लाख मेगावाट हो गई है। आज हम अक्षय ऊर्जा स्त्रोतों से 163000 मेगावाट बिजली उत्पादन कर रहे हैं। सरकार ने बिजली उपभोक्ताओं के अधिकार के लिए बिजली नियम 2020 बनाए हैं जिसके अन्तर्गत नया कनेक्शन प्राप्त करने, मीटर सम्बन्धी शिकायतों को दूर करने तथा अन्य सेवाओं के लिए समयसीमा तय करने तथा रूफ टॉप सोलर लगाने, समय पर बिलिंग करने व उपभोक्ताओं की शिकायतों को दूर करने के लिए 24ग7 कॉल सेंटर स्थापित किए हैं।इस अवसर पर अधीशाषी अभियंता विद्युत पंकज शर्मा ने कहा कि जिला बिलासपुर में सौभाग्य योजना में 361 लाभार्थियों को विद्युत कनेक्शन देने के लिए 10.47 लाख रूपये व्यय किए। रूफटाप सोलर प्लांट से जिला बिलासपुर में पिछले चार वित्तीय वर्षों में 54 घरेलू तथा 5 अदद ईकाईयों द्वारा सोलर प्लांट से 528 किलोवाट बिजली उत्पादन किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों में उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा देने के लिए दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के अन्तर्गत 296.52 लाख रूपये तथा शहरी क्षेत्रों में उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा देने के लिए एकीकृत विद्युत विकास योजना के तहत 1013.30 लाख रूपये व्यय किए गए। उन्होंने कहा हिमाचल में मुख्यमंत्री रोशनी योजना शुरू की गई है जिसमें गरीब परिवारों को मुफत बिजली कनेक्शन दिए गए हैं। इस योजना के अन्तर्गत बिलासपुर में 614 उपभोक्ताओं को कनेक्शन दिए गए है जिस पर 1600 रूपये प्रति उपभोक्ता उपदान देते हुए 9.82 लाख रूपये खर्च किए गए। जिला स्तरीय बिजली महोत्सव में 5 लाभार्थियों, नरेन्द्रा सांख्यान, मनोहर लाल, आरएल सांख्यान, दीप चंद, कर्म चंद ने प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से मिलने वाले लाभ के अनुभव सांझा किए।