असम और मिजोरम की सीमा पर हुई झड़प में कई लोग घायल
असम और मिजोरम की सीमा पर दोनों राज्यों के लोगों के बीच हुई हिंसक झड़प में कई लोगों के घायल हुए है। जिसके बाद से ही सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। इलाके में स्थिति अब नियंत्रण में है। मिजोरम के कोलासिब जिले और असम के कछार जिले की सीमा पर ये घटना घटी है। इस मामले पर प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय गृह मंत्रालय की नजर है और हर पल का अपडेट लिया जा रहा है। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने PMO और गृह मंत्रालय को जानकारी दी है। मुख्यमंत्री सोनोवाल ने मिजोरम में अपने समकक्ष जोराम थांगा को भी फोन किया और उनसे बॉर्डर पर हुई घटना के बारे में बातचीत की। बातचीत के दौरान, मुख्यमंत्री सोनोवाल ने बॉर्डर से जुड़े मुद्दों के हल संयुक्त प्रयासों पर जोर दिया। उन्होंने सीमा विवाद को सुलझाने और अंतर-राज्य सीमा पर शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सहयोग के साथ काम करने की भी वकालत की।
वहीं मिजोरम सरकार भी खराब स्थिति के चलते केंद्र से बातचीत करने पहुंची। राज्य सरकार ने कहा कि उसने हिंसा पर चर्चा के लिए एक कैबिनेट बैठक की और इसके लिए ‘एकतरफा और उत्तेजक कृत्यों’ और ‘असम सरकार द्वारा किए गए अपराधों’ को दोषी ठहराया। अधिकारियों के मुताबिक हिंसा प्रभावित क्षेत्र मिजोरम के वैरेंगते गांव के पास और असम के लैलापुर में सीआरपीएफ सहित सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है।
दरअसल, मिजोरम 1972 तक असम का हिस्सा था. इसके बाद मिजोरम को एक अलग केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया। 1987 में मिजोरम को पूर्ण राज्य का दर्जा दे दिया गया. असम के कछार, हैलाकांडी और करीमगंज जिले, मिजोरम के कोलासिब, ममित और आइज़ोल जिलों के साथ 164.6 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं।
असम और मिजोरम को अलग कर दिया गया था, लेकिन कई जिलों की सीमा को लेकर अक्सर विवाद होता रहता है। किसी गांव पर असम दावा करता है तो किसी गांव पर मिजोरम। दोनों राज्यों के बीच यह सीमा विवाद कई बार हिंसक रूप ले चुका है। 1994 के बाद से सीमा विवाद को सुलझाने की कोशिश हुई, जो अभी तक असफल रहे।