अरुणाचल के अंदर घुसी चीनी सेना, सेना ने घुसपैठ और पुल निर्माण से किया इनकार
अरुणाचल प्रदेश के एक भाजपा सांसद ने दावा किया कि चीन की सेना राज्य के सुदूर अंजाव जिले में घुस आई है और एक बरसाती नाले पर लकड़ी का अस्थाई पुल भी बना लिया है। सेना ने किसी तरह की घुसपैठ और पुल के निर्माण से इन्कार किया है। भाजपा सांसद तापिर गाओ ने कहा कि चीन ने चगलगाम क्षेत्र में बरसाती नाले पर पुल बनाया है। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ स्थानीय युवकों ने मंगलवार को यह पुल देखा था। उन्होंने कहा कि चीन ने जहां घुसपैठ किया है वह जगह चगलगाम से लगभग 25 किलोमीटर पूर्वोत्तर में है, जो भारत की सीमा में है। गाओ ने पत्रकारों से कहा कि वह राज्य के जनप्रतिनिधि होने के नाते सरकार से चीन की सीमा से लगने वाले इलाकों में सड़कों का निर्माण कराने का अनुरोध कर रहे हैं। घुसपैठ की घटनाओं को रोकने के लिए सड़कों का निर्माण बहुत आवश्यक है। भारत-चीन के बीच स्थायी सीमा नहीं हालांकि, नई दिल्ली में सेना के प्रवक्ता ने कहा कि घुसपैठ की ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। प्रवक्ता ने कहा कि भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर असमंजस की स्थिति है। स्थाई सीमांकन नहीं होने से दोनों ही पक्ष एक-दूसरे की सीमा में घुसपैठ की शिकायत करते हैं। लेकिन दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंध बेहतर हैं और सीमा विवाद को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझा लिया जाता है। प्रवक्ता ने कहा कि इस इलाके में बहुत घना जंगल है। नाले और नदी के किनारों के आस-पास पैदल ही जाया जाता है। मानसून के दौरान गश्त के लिए पहाड़ी नालों पर अस्थाई पुल बनाए जाते हैं। भारतीय सेना पूरे इलाके की नियमित रूप से निगरानी करती है।